हेपेटाइटिस सी (जिगर में सूजन) क्या है?
हेपेटाइटिस सी लिवर की सूजन को कहते हैं जो हेपेटाइटिस सी वायरस द्वारा उत्पन्न की जाती है। इसे कभी-कभी हेप सी या एचसीवी भी कहते हैं। चिकित्सीय या नैदानिक दृष्टि से यह हेपेटाइटिस बी से अलग नहीं होता। यह तीव्र (एक्यूट) या दीर्घ (क्रोनिक) हो सकता है।रोग अवधि
-
उन व्यक्तियों में जिनमें लक्षण उत्पन्न हो गए हैं, प्रभावित होने से लक्षण उभरने तक का औसत समय 4-12 सप्ताह का होता है।
-
एक्यूट हेपेटाइटिस सी संक्रमण छह महीनों से कम समय तक रहता है। यदि रोग तीव्र है, आपका प्रतिरक्षक तंत्र सामान्यतया वायरस को शरीर से बाहर निकालने में समर्थ होता है, और आप कुछ महीनों में पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।
-
क्रोनिक हेपेटाइटिस सी संक्रमण छह महीनों या अधिक तक रहता है। यदि आपका प्रतिरक्षक तंत्र वायरस से मुकाबला नहीं कर पाता, तो हेपेटाइटिस सी संक्रमण जीवन भर के लिए हो सकता है।
जाँच और परीक्षण
-
रक्त परीक्षण
-
लिवर की बायोप्सी
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. क्या हेपेटाइटिस सी से बचाव के लिए कोई वैक्सीन है?अभी तो नहीं है। हेपेटाइटिस ए और हेपेटाइटिस बी के लिए वैक्सीन उपलब्ध हैं। हेपेटाइटिस सी के टीके हेतु शोध जारी है। तीव्र हेपेटाइटिस सी की चिकित्सा हेतु कोई दवा उपलब्ध नहीं है। डॉक्टर सामान्यतया विश्राम, पर्याप्त पोषण, और तरल आहार की सलाह देते हैं।
Q2. हेपेटाइटिस सी से प्रभावित होने के कितने समय बाद लक्षण उभरते हैं?
प्रभावित होने के औसत 6 से 7 सप्ताह बाद लक्षण उभरते हैं, लेकिन ये समय 2 सप्ताह से 6 माह के बीच तक हो सकता है। हालाँकि, हेपेटाइटिस सी वायरस से संक्रमित कई लोगों में कोई लक्षण नहीं होते।
Q3. हेपेटाइटिस सी का खतरा किन्हें अधिक है?
कुछ लोगों में हेपेटाइटिस सी का अधिक खतरा होता हैं, वे हैं
- वर्तमान और भूतकाल के इंजेक्शन द्वारा ड्रग लेने के आदी, इसमें, जिन्होंने केवल एक बार सुई लगाई या सालों पहले सुई लगाई, वे भी आते हैं।
- दान का रक्त, रक्त उत्पाद और अंग लेने वाले।
- वे लोग जिन्होंने खून का थक्का जमने हेतु 1987 के पहले का रक्त उत्पाद उपयोग किया हो।
- हीमोडाईलिसिस वाले रोगी या वे रोगी जिन्होंने किडनी फेलियर के कारण डाईलिसिस पर वर्षों गुजारे हों।
- वे लोग जो कीटाणुमुक्त किये बिना उपयोग में लाए गए उपकरणों से शरीर छिदवाते या टैटू बनवाते हैं।
- हेपेटाइटिस सी वायरस से प्रभावित होने की संभावना वाले ज्ञात लोग, जैसे कि सुई से चोट लगे हुए स्वास्थ्यकर्मी, या हेपेटाइटिस सी संक्रमित व्यक्ति से दान में प्राप्त रक्त या अंग लेने वाले रोगी।
- एचआईवी संक्रमित व्यक्ति।
- हेपेटाइटिस सी संक्रमित माता से उत्पन्न शिशु।
कम खतरे वाले लोगों में :
- हेपेटाइटिस सी संक्रमित व्यक्ति से यौन सम्बन्ध रखने वाले।
- व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएँ जैसे रेजर या टूथब्रश बांटकर उपयोग करने से, ये किसी संक्रमित व्यक्ति के रक्त के संपर्क के आये हुए हो सकते हैं।
Q4. किसी माँ का अपने बच्चे को हेपेटाइटिस सी प्रसारित करने का कितना खतरा होता है?
हेपेटाइटिस सी गर्भवती माता से बच्चे में अपवादस्वरूप ही फैलता है। हेपेटाइटिस सी ग्रस्त माताओं से उत्पन्न 100 शिशुओं में से केवल 4 को संक्रमण होता है। हालाँकि, यदि माँ को एचआइवी और हेपेटाइटिस सी दोनों हों, तो खतरा बढ़ जाता है।