लक्षण
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प्रभावित मांसपेशी या जोड़ में पीड़ा।
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प्रभावित मांसपेशी या जोड़ में दर्द।
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प्रभावित क्षेत्र में नाड़ी चलने जैसा एहसास।
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प्रभावित क्षेत्र, खासकर हाथ या भुजा में पिन और सुई (झुनझुनी का एहसास)।
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हाथ में एहसास की कमी।
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हाथ में निर्बलता
कारण
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हमारे हाथों, कलाइयों, भुजाओं, गर्दन और पीठ की माँसपेशियों का अत्यधिक प्रयोग आरएसआइ से जुड़ा है।
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क्षेत्र बार-बार होने वाली क्रियाओं से प्रभावित होता है, जो कि प्रतिदिन लम्बे समय तक की जाती हैं।
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दोहराने वाली क्रियाएँ ठन्डे स्थान पर की जाती हैं।
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व्यक्ति को उच्च कम्पन वाले उपकरण उपयोग करने होते हैं।
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ताकत के साथ किये जाने वाले कार्य हों।
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कार्यक्षेत्र की व्यवस्था कमजोर हो।
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उपकरण का डिजाईन उचित ना हो।
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व्यक्ति काम करते समय अनुचित शारीरिक भंगिमा अपनाता हो।
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विश्राम के पर्याप्त अवसर ना हों।
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