इओसिनोफिलिया: लक्षण और कारण

इओसिनोफिलिया के लक्षण

इओसिनोफिलिया के लक्षणों में इसे उत्प्रेरित करने वाली स्थितियों के लक्षण ही आते हैं:
  • अस्थमा के कारण इओसिनोफिलिया-व्हीज़िंग (साँस में सीटी की आवाज), श्वसनहीनता, साँस लेने में कठिनाई (डिस्निया)।
  • परजीवी संक्रमण के कारण इओसिनोफिलिया-पेट दर्द, अतिसार, बुखार, खाँसी, निशानों का होना।
  • औषधीय विपरीत प्रतिक्रिया के कारण इओसिनोफिलिया- त्वचा पर निशान
  • इओसिनोफिलिया के अत्यल्प लक्षणों में हैं-वजन में गिरावट, रात में पसीना, लसिका ग्रंथियों का आकार बड़ा होना, त्वचा पर निशान, नसों की क्षति के कारण झुनझुनी और सनसनी होना।

इओसिनोफिलिया के कारण

इओसिनोफिलिया की उत्पत्ति की निश्चित कार्यप्रणाली आमतौर पर अस्पष्ट ही होती है। इओसिनोफिलिया के अधिकतर मामलों के लिए “इडियोपैथिक” शब्द प्रयुक्त होता है, जिसका अर्थ है “अज्ञात उत्पत्ति द्वारा”
इओसिनोफिलिया किसी विशेष क्षेत्र में हुए रोग या इन कोशिकाओं के अत्यधिक उत्पन्न होने के कारण हो सकता है। इओसिनोफिलिया के प्रकार के आधार पर इसकी उत्पत्ति का कारण तय होता है। कारणों में हैं:
  • एलर्जी के रोग, जैसे अस्थमा, एक्जिमा, और एलर्जिक रायनाइटिस।
  • परजीवी कीटाणुओं द्वारा रोग।
   
इओसिनोफिलिया, इओसिनोफिल्स, श्वेत रक्त कणिकाएँ (डब्लूबीसी), श्वेत रक्त कणिकाएँ, रक्त विकार, हेमोटोलोजी, हीमेटोलोजी, निओप्लास्टिक इओसिनोफिलिया, Eosinophilia rog, Eosinophilia ke lakshan aur karan, Eosinophilia ke lakshan in hindi, Eosinophilia symptoms in hindi,

3 thoughts on “इओसिनोफिलिया: लक्षण और कारण

Comments are closed.