रोकथाम (बचाव)
समस्या को उभारने वाली गतिविधि ना करें।चिकित्सीय लाभ ना देने वाले जूतों का प्रयोग ना करें।
नंगे पैरों ना रहें, यदि संभव हो तो स्नान के समय भी पैर खुले ना रखें।
जल्दबाजी में ना उठें। आपके सोकर उठने के बाद का या आराम के बाद का पहला कदम बीमारी को ताकत देने वाला होता है।
यदि आपका वजन सामान्य से अधिक है, तो उसे घटाएँ।
दौड़ने और चलने में प्रयोग किये जाने वाले जूते नियमित रूप से बदलें।
ध्यान देने की बातें
- झुनझुनी, सनसनाहट, सूजन या फैलता हुआ दर्द।
- प्रभावित क्षेत्र पर लालिमा और चोट या रगड़ होना।