मेलेनोमा क्या है?
मेलेनोमा त्वचा के कैंसर का कम सामान्य किन्तु अत्यधिक गंभीर प्रकार है, जो मेलेनिन, वह रंगद्रव्य जो त्वचा को उसका रंग प्रदान करता है, उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं (मेलानोसाइट्स) में उत्पन्न होता है। इसकी शुरुआत एक मोल (त्वचा का मेलेनोमा) से हो सकती है, लेकिन यह रंगद्रव्य वाले अन्य ऊतकों, जैसे कि आँख के भीतर या आंत के भीतर भी फ़ैल सकता है।मेलेनोमा के चरण
ट्यूमर (गाँठ) की मोटाई और अन्य कारकों के आधार पर मेलेनोमा के पाँच चरण होते हैं।
* चरण 0- ट्यूमर त्वचा की बाहरी परत तक सीमित होता है और फैलता नहीं है।
* चरण 1- अत्यंत प्रारंभिक मेलेनोमा, 2 मिमी से कम मोटाई वाला।
* चरण 2- ट्यूमर की मोटाई 2 मिमी तक होती है।
* चरण 3- मेलेनोमा का विस्तार निकटस्थ लसिका ग्रंथियों तक हो जाता है।
* चरण 4- यह मेलानोमा का आगे बढ़ा हुआ चरण है। कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों जैसे फेफड़ों, लिवर, मस्तिष्क या पेट तक फ़ैल चुका है।
रोग अवधि
चरण 1 मेलेनोमा के अधिकतर मामले ट्यूमर को हटा देने वाली साधारण शल्यक्रिया द्वारा ठीक हो जाते हैं। गहरे मेलेनोमा से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए भी ठीक होने की संभावना होती है। दूसरे अंगों तक फ़ैल चुके मेलेनोमा से ग्रस्त व्यक्तियों के ठीक होने की सम्भावना तो नहीं होती, लेकिन अक्सर उपचार के कारण कैंसर के फैलाव की गति धीमी हो जाती है।जाँच और परीक्षण
मेलेनोमा का निर्धारण निम्न के द्वारा होता है:शारीरिक परीक्षण- इसमें चिकित्सीय इतिहास सम्मिलित होता है।
हिस्सा या टुकड़ा निकालकर की गई बायोप्सी-यह स्थान विशेष को सुन्न करके की जाती है, संदेहयुक्त मेलेनोमा की और आसपास की त्वचा का कुछ हिस्सा निकाला जाता है। नमूने की प्रयोगशाला में कैंसर के संकेतों और लक्षणों के लिए जाँच की जाती है।
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
1. मेलेनोमा क्या है?मेलेनोमा त्वचा के कैंसर का कम सामान्य किन्तु अत्यधिक गंभीर प्रकार है, जो मेलेनिन, वह रंगद्रव्य जो त्वचा को उसका रंग प्रदान करता है, उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं (मेलानोसाइट्स) में उत्पन्न होता है।
2. इसकी शुरुआत कैसे होती है?
इसकी शुरुआत एक मोल (त्वचा का मेलेनोमा) से हो सकती है, लेकिन यह रंगद्रव्य वाले अन्य ऊतकों, जैसे कि आँख के भीतर या आंत के भीतर भी फ़ैल सकता है।
3. मेलेनोमा के चरण कौन से हैं?
ट्यूमर (गाँठ) की मोटाई और अन्य कारकों के आधार पर मेलेनोमा के पाँच चरण होते हैं।
चरण 0- ट्यूमर त्वचा की बाहरी परत तक सीमित होता है और फैलता नहीं है।
चरण 1- अत्यंत प्रारंभिक मेलेनोमा, 2 मिमी से कम मोटाई वाला।
चरण 2- ट्यूमर की मोटाई 2 मिमी तक होती है।
चरण 3- मेलेनोमा का विस्तार निकटस्थ लसिका ग्रंथियों तक हो जाता है।
चरण 4- यह मेलानोमा का आगे बढ़ा हुआ चरण है। कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों जैसे फेफड़ों, लिवर, मस्तिष्क या पेट तक फ़ैल चुका है।
4. इस रोग से ग्रस्त होने पर क्या करना चाहिए?
जब सूर्य अपने चरम तेज पर हो तब अपनी त्वचा को सुरक्षित रखें और जलने से बचाएँ।
सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक छाया में रहें।
बड़ा हैट और चश्मा पहनें।
कम से कम 15 एसपीएफ़ (वैसे जितना ज्यादा हो उतना अच्छा) वाला सनस्क्रीन प्रयोग करें, जो यूवीए सुरक्षा अच्छी प्रकार देता हो (अधिक सितारे वाला अधिक अच्छा होता है)।
5. व्यक्ति को डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
डॉक्टर से संपर्क करें यदि व्यक्ति को नया धब्बा उत्पन्न हो जाए या पहले से उपस्थित धब्बे या घाव के आकार-प्रकार में परिवर्तन हो जिसके साथ खुजली, पीड़ा, या दर्द, पपड़ी निकलना, तरल पदार्थ बाहर आना, रक्तस्राव होना या गांठ अथवा उभार का दिखाई देना आदि जुड़े हुए हों। यदि बड़े घाव के आसपास की त्वचा का लाल होना, सूज जाना या रंगयुक्त नए छोटे धब्बे उत्पन्न हों तब भी विशेषज्ञ से मिलना आवश्यक होता है। यदि ठोस लाल गाँठ जिससे रक्तस्राव हो या उभार उत्पन्न हो गया हो जो धब्बों में दर्द, सूजन, या लम्बे समय से बनी हुई खुजली के साथ हो तो व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।