परहेज और आहार
लेने योग्य आहार- ड्राई आई सिंड्रोम अक्सर केवल पानी का अधिक मात्रा में सेवन करने से सुधर जाता है।
- आवश्यक वसीय अम्ल के पोषक तत्व अश्रु झिल्ली की जलीय और तैलीय दोनों प्रकार की तरल परत के उत्पादन हेतु उत्तरदायी होते हैं। आवश्यक वसीय अम्लों के उत्तम भोज्य स्रोतों में मछली का तेल और ठन्डे जल की मछली जैसे सैलमन, हेलिबट, सारडाइन और ट्यूना आते हैं। अन्य बढ़िया स्रोतों में हैं अलसी के बीज और उनका तेल।
- एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध फल और सब्जियाँ लें जैसे स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी, क्रेनबेरी, अमरुद, पपीता और संतरे, सब्जियाँ: सब्जियों में गाजर, टमाटर, ब्रोकोली, शिमला मिर्च, फलियाँ, अर्टिचोक, फूलगोभी, हरी पत्तेदार सब्जियाँ आदि सभी एंटीऑक्सीडेंट के बढ़िया स्रोत हैं।
- शुष्क नेत्र के रोगियों में आमतौर पर पोटैशियम अत्यंत कम होता है। पोटैशियम के उत्तम स्रोतों में समुद्री घास, दालें, गेहूँ की बाली, बादाम, पिकेन, केले, किशमिश, खजूर, अंजीर और एवोकेडो हैं।
- आँख की रक्तवाहिनियों के विभिन्न एंजाइम के मेटाबोलिक कार्य में जिंक भी एक कारक होता है, जिंक के कुछ बढ़िया स्रोतों में किण्वन द्वारा उत्पन्न खमीर, दालें, मछली, समुद्री घास, फलियाँ, लिवर, मशरुम, सूरजमुखी के बीज और साबुत अनाज आदि हैं।
- रिफाइंड और प्रोसेस्ड आहार, उच्च वसा और शक्कर वाले आहार।
योग और व्यायाम
- केंद्र परिवर्तन वाला व्यायाम – अपनी आँखों से दो इंच की दूरी पर एक ऊँगली रखें। इस उंगली पर अपनी दृष्टि जमाए रखें, जैसे-जैसे आप इसे अपने चेहरे से धीरे-धीरे दूर ले जाते हैं। अब, लम्बी दूरी पर कुछ सेकंड के लिए दृष्टि केन्द्रित करें और फिर उसे ऊँगली पर ले आएँ। धीरे-धीरे उंगली को वापस आँखों से दो इंच की दूरी पर ले आएँ। दूर स्थित किसी वस्तु को कुछ सेकंड के लिए घूरते हुए इसकी समाप्ति करें।
- आँखों को ऊपरी दाहिनी तरफ विकर्णनुमा उठाएँ। फिर, उन्हें विकर्ण की स्थिति में नीचे बायीं तरफ खींचकर रखें। इस गति को 10 या अधिक बार दोहराएँ।
- जम्हाई प्राकृतिक रूप से आँसू उत्पन्न करती है। जैसे ही आप जम्हाई लेते हैं, आप आँखों में स्थित अश्रु ग्रंथियों को निचोड़ते हैं, जिससे नमी उत्प्रेरित होती है। दिन में कुछ समय जम्हाई लें खासकर जब आपकी आँखों में विशेष रूप से सूखेपन का अनुभव हो रहा हो।
- आपकी अश्रु ग्रंथियों को सक्रिय करने में और सूखी, तनावयुक्त आँखों को आराम देने में आँखों के पुशअप वाले व्यायाम अत्यंत बेहतर तरीका हैं। इसकी शुरुआत लम्बी दूरी पर स्थित वस्तु को 20 सेकंड तक घूरने से करें। इसके पश्चात, अपने समीप स्थित किसी वस्तु को लगभग 20 सेकंड तक देखें। कम से कम 5 मिनट तक इस व्यायाम को इसी प्रकार दोहराएँ।
- जब आपको देखने की आवश्यकता ना हो तो अपनी आँखों को बंद कर लें या भींच लें तथा कभी-कभी उन्हें बंद करते रहें।
त्राटक, जो कि आँख का योग अनुसार व्यायाम और ध्यान का प्रकार है, ऐसी तकनीक है जो विशेष रूप से आँख की चिकनाई को सुधारने को लक्ष्य करती है। बैठें और अपने शरीर को शांत करें और स्वयम को सहज और आरामदायक स्थिति में ले आएँ। एक मोमबत्ती जलाकर फर्श पर अपने सामने रखें। अपनी पलकों को थोड़ा सा बंद करें, ताकि आप मोमबत्ती को आधी-बंद आँखों से देखें। बिना पलक झपकाए मोमबत्ती को देखते रहें, जब तक कि आपकी आँखों से पानी ना निकलने लगे। इसे आप प्रतिदिन जितनी अधिक देर तक कर सकें, करें। इस व्यायाम को करने का उचित समय प्रातः काल या रात्रि में सोने के पहले है।
घरेलू उपाय (उपचार)
- अपनी आँखों पर गर्म भीगा हुआ कपड़ा रखें। किसी अपशिष्ट या कचरे को ढीला करके निकालने के लिए अपनी पलकों पर कपड़े को हौले से रगड़ें।
- अक्सर अपनी आँखों को उद्देश्य रखकर झपकाएं। एकाध बार अपनी आँखों को विश्राम भी दें।
- कार्यस्थल और घर पर हवा में नमी के स्तर को बढ़ाएं।
- बाहर धुप से बचाव का चश्मा लगाएँ, विशेषकर वह चश्मे जिनकी फ्रेम में आँखों को घेरकर सुरक्षा देने वाला डिजाईन हो, ताकि धुप और सूखी हवा के आक्रमण को कम किया जा सके।
- अपनी छोटी ऊँगली को गोलाकार गति में घुमाते हुए अपनी बंद आँखों की हौले-हौले मालिश करें।