त्वचा के मस्से क्या है?
त्वचा पर उभरे दाने छोटे, माँस के रंग या भूरे रंग के बढ़े हुए आकार के होते हैं जो त्वचा के बाहर उभरे हुए होते हैं और कुछ-कुछ मस्सों की तरह दिखाई पड़ते हैं। इनका होना अत्यंत आम है और ये हानिरहित होते हैं।आमतौर पर इनका आकार कुछ मिलीमीटर होता है, हालाँकि ये 5 सेमी तक बड़े भी हो सकते हैं, और सामान्यतया गर्दन, काँख, जांघों के आसपास, और स्तनों के नीचे पाए जाते हैं। ये पलकों पर या कूल्हों की परतों में भी उत्पन्न हो सकते हैं। यह त्वचा द्वारा, त्वचा के ऊपर, लगने वाली रगड़ से उत्पन्न हुए माने जाते हैं।
त्वचा के इन दानों का चिकित्सीय नाम एक्रोकोर्डोंस है।
रोग अवधि
त्वचा पर विकसित मस्से या दाने स्थाई होते हैं जब तक कि आप उन्हें निकाल ना दें। कई लोगों में अधिक मात्रा में मस्से उत्पन्न हो जाते हैं। आमतौर पर निकाल दिए जाने के बाद ये वापस विकसित नहीं होते।जाँच और परीक्षण
रोग का निर्धारण त्वचा की स्थिति को देखकर किया जाता है और कभी-कभी त्वचा की बायोप्सी भी की जाती है।डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
1. त्वचा के दाने या मस्से क्या होते हैं?त्वचा पर उभरे दाने छोटे, माँस के रंग या भूरे रंग के बढ़े हुए आकार के होते हैं जो त्वचा के बाहर उभरे हुए होते हैं और कुछ-कुछ मस्सों की तरह दिखाई पड़ते हैं। त्वचा के इन दानों का चिकित्सीय नाम एक्रोकोर्डोंस है।
2. इन घावों के होने की सामान्य जगह कौन-कौन सी हैं?
आमतौर पर ये गर्दन, काँख, जांघों के आसपास, और स्तनों के नीचे पाए जाते हैं। ये पलकों पर या कूल्हों की परतों में भी उत्पन्न हो सकते हैं।
3. क्या ये दर्द्युक्त होते हैं?
जी नहीं, सामान्यतया ये हानिरहित और दर्दरहित होते हैं और बढ़ते या परिवर्तित नहीं होते।
4. यह घाव कैसे दिखाई पड़ते हैं?
त्वचा के मस्से अत्यंत आम हैं और आमतौर पर मध्य आयु के बाद होते हैं। ये कोलेजन के गुच्छों और त्वचा की मोटी परतों के बीच फंसी हुई रक्तवाहिनियों के कारण उत्पन्न होते हैं।
5. त्वचा के मस्से दिखाई पड़ने पर क्या करना चाहिए?
त्वचा के मस्से कुछ घरेलू उपचारों द्वारा हटाए जा सकते हैं जैसे:
पतली डोरी, दांत साफ करने वाला फ्लॉस या मछली पकड़ने की डोरी को मस्से की जड़ पर बांधें और रक्त की आपूर्ति को अवरुद्ध करें। यह ऊतकों को नष्ट कर देगा फलस्वरूप मस्सा अपने आप झड़ जाएगा।
सेब के सिरके में भिगोया हुआ रुई का फाहा मस्से पर रखने से वह काला पड़ता है और अंततः गिर जाता है। इस प्रक्रिया का प्रयोग गुदा के मस्सों और आँखों के निकट के मस्सों को हटाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
दिन में दो-तीन बार मस्सों पर नेलपॉलिश लगाने से मस्से सिकुड़ जाते हैं। नेलपॉलिश सूखते ही मस्सा भी सूखकर एक दो दिनों में सिकुड़ जाता है।
नली के आकार की थोड़ी सी टेप द्वारा मस्से को पूरी तरह ढँक दें, इसे मस्से पर तब तक रखें जब तक कि टेप ढीली ना पड़ जाए।
6. व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क कब करना चाहिए?
यदि मस्से का रंग बदल रहा है या उसमें दर्द हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें। यदि मस्से को उसकी शाखा पर मोड़ा जाए, इसमें ख़ून का थक्का उत्पन्न हो जाए या मस्सा दर्द्युक्त हो जाए तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।