जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा: लक्षण और कारण

लक्षण

कंधे के जोड़ में दर्द और लगातार बनी हुई जकड़न ये दोनों किसी जमे हुए कंधे के दो मुख्य लक्षण होते हैं। जमे हुए कंधे के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं, और यह वृद्धि आमतौर पर तीन स्थितियों में होती हैं।
जमे हुए कंधे की तीन स्थितियाँ होती हैं:
  • दर्द्युक्त स्थिति- कन्धा जकड़ जाता है और फिर गति करने पर अत्यंत दर्द होता है। गति या हिलना-डुलना अत्यंत सीमित हो जाते हैं। खासकर रात्रि के समय दर्द बदतर हो जाता है।
  • जमी/चिपकी स्थिति- कन्धे की जकड़न बढ़ती जाती है, गति कर पाने के क्षेत्र को गंभीर रूप से सीमित कर देती है। दर्द कम नहीं होता, लेकिन आमतौर पर यह बदतर भी नहीं होता।
  • पिघलने की स्थिति- कंधे में गति या हिलने-डुलने की स्थिति में सुधार होने लगता है। दर्द कम होता है, लेकिन समय-समय पर उभर आता है।

कारण

अधिकतर समय जमे हुए कंधे का कोई कारण नहीं होता। खतरा बढ़ाने वाले कारकों में हैं:
  • गर्दन में डिस्क सम्बन्धी रोग।
  • दीर्घकालीन रोग जैसे कि मधुमेह या आर्थराइटिस।
  • रजोनिवृत्ति की आयु वाली महिलाएँ।
  • कंधे की चोट।
  • कंधे की शल्यक्रिया।
  • ओपन हार्ट सर्जरी।
  • थाइरोइड सम्बन्धी समस्याएँ।




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