ग्लोसाइटिस (जीभ की सूजन) क्या है?
ग्लोसाइटिस जीभ की सूजन या संक्रमण है जो इसे आकार में सूजा हुआ बना देता है, लाल रंग के विभिन्न प्रकारों में परिवर्तित कर देता है, और जीभ की सतह को समान दिखाई पड़ने वाला बनाता है क्योंकि जीभ की सतह पर उपस्थित उंगलीनुमा बाहर निकली हुई रचनाएँ, जिन्हें पेपिला कहा जाता है, गुम या नष्ट हो चुकी होती हैं। जीभ मुँह में स्थित एक छोटा, मांसपेशियों से बना हुआ अंग है जो चबाने और निगलने में आपकी सहायता करती है। यह बोलने में भी आपकी सहायता करती है। ग्लोसाइटिस को चिकनी जीभ और जलनयुक्त जीभ का सिंड्रोम भी कहा जाता है।रोग अवधि
आमतौर पर उचित चिकित्सा के साथ यह स्थिति कुछ दिनों में ठीक हो जाती है।जाँच और परीक्षण
रोग का निर्धारण मुंह के परीक्षण द्वारा होता है और कुछ मामलों में आपकी लार और रक्त का नमूना लिया जा सकता है और आगे के परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजा जा सकता है।डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
1. ग्लोसाइटिस क्या है?ग्लोसाइटिस जीभ की सूजन या संक्रमण है जो इसे आकार में सूजा हुआ बना देता है, लाल रंग के विभिन्न प्रकारों में परिवर्तित कर देता है, और जीभ की सतह को समान दिखाई पड़ने वाला बनाता है क्योंकि जीभ की सतह पर उपस्थित उंगलीनुमा बाहर निकली हुई रचनाएँ, जिन्हें पेपिला कहा जाता है, गुम या नष्ट हो चुकी होती हैं। ग्लोसाइटिस को चिकनी जीभ और जलनयुक्त जीभ का सिंड्रोम भी कहा जाता है।
2. इसके लक्षण कौन से होते हैं?
इसके लक्षणों में हैं: जीभ की सूजन या जीभ का चिकना दिखाई देना और पीड़ा होना, जीभ में दर्द, पीड़ा और कष्ट और चबाने, निगलने और बोलने में कठिनाई होना। ग्लोसाइटिस में जीभ का रंग बदल जाता है (आमतौर पर “माँस” जैसा गहरा लाल हो जाता है)।
3. ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर क्या करना चाहिए?
जीभ की गति को सीमित करें।
सभी प्रकार का मसालेदार आहार और आपकी जीभ के तापमान से अधिक तापमान वाला आहार ना लें।
मुख की स्वच्छता बनाए रखें। अपने दाँतों को दिन भर में कम से कम दो बार ब्रश करें और कम से कम एक बार फ्लॉस से सफाई करें।
4. व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क कब करना चाहिए?
डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको जीभ में किसी भी प्रकार की सूजन है या साँस लेना, बोलना, चबाना या निगलना कठिन हो रहा है या जीभ के रंग में परिवर्तन है जो 10 दिनों से अधिक समय से है। यदि जीभ की गंभीर सूजन हो जो हवा के मार्ग को अवरुद्ध कर देती है और श्वसन में बाधा डालती है तो व्यक्ति को डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए