परहेज और आहार
लेने योग्य आहार
-
आयोडीन, सेलेनियम, जिंक, मैग्नीशियम और विटामिन ए से समृद्ध पोषक तत्व शरीर की थाइरोइड हार्मोन बनाने की क्षमता के लिए उत्तरदायी होते हैं।
-
सेलेनियम ब्राज़ील नट्स, मछली और सरसों के बीजों में होता है।
-
कद्दू और तिल दोनों मैग्नीशियम का बढ़िया स्रोत हैं।
-
विटामिन ए गाजर, रतालू और मछली के लीवर के तेल में पाया जाता है।
-
एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा वाले आहार जैसे जामुन, चेरी, टमाटर, स्क्वाश और शिमला मिर्च।
-
ठन्डे पानी की मछली जैसे सैलमन और कॉड में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करता है और प्रतिरक्षण में मदद करता है, ये दोनों थाइरोइड विकारों को ठीक करने हेतु आवश्यक होते हैं।
-
विटामिन बी12 से समृद्ध आहार जैसे दूध, पोल्ट्री उत्पाद, मछली, फलियाँ, पनीर, अंडे और मेवे।
-
वे आहार जिनमें विटामिन डी की थोड़ी मात्रा होती है उनमें हैं वसायुक्त मछली, दूध, डेरी उत्पाद, अंडे और मशरुम।
इनसे परहेज करें
-
गोइटर की उत्पत्ति करने वाले आहार जिनमें मुख्य तत्वों जैसे आयोडीन और सेलेनियम के अवशोषण को अवरुद्ध करने वाले पदार्थ होते हैं। सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली, कोलार्ड ग्रीन, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और केल, मूंगफली, स्ट्रॉबेरी और आड़ू।
योग और व्यायाम
- रक्तप्रवाह को बढ़ाने के लिए व्यायाम नियमित करें। ह्रदय सम्बन्धी और एरोबिक व्यायाम जैसे पैदल चलना, दौड़ना और रस्सी कूदना उचित होते हैं।
-
प्राणायाम
-
विडालासन
-
भुजंगासन
- धनुरासन
संगीत और ध्यान
अपनी आँखें बंद करें और कल्पना करें कि जैसे-जैसे आप श्वास लेते और छोड़ते हैं, एक नीला प्रकाश आपकी थाइरोइड ग्रंथि में प्रवेश करता है। दृश्य ध्यान की यह तकनीक वर्ण चिकित्सा कहलाती है, और बताती है कि नीले रंग के ध्यान से आपके शरीर के कुछ हिस्सों को ठीक और व्यवस्थित करने में सहायता होती है।घरेलू उपाय (उपचार)
-
धूम्रपान त्यागें।
-
तनाव ना लें।
- कैफीन ना लें।