रोकथाम (बचाव)
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व्यायाम नियमित करें।
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बैठते, वाहन चलाते या खड़े रहते समय उचित शारीरिक भंगिमा अपनाएँ।
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वजन उठाते समय अपने शरीर को मोड़ें नहीं।
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अपने कूल्हों पर अत्यधिक वजन या दबाव डालने वाली स्थिति में लम्बे समय तक बैठना या लेटना ना करें।
- गतिविधि के पहले उचित प्रकार से वार्म-अप करें और तीव्रता को धीरे-धीरे बढ़ाएं।
ध्यान देने की बातें
कूल्हे के गति करने की सीमा में कमी और पिरिफोर्मिस पेशी में पीड़ा और नरमी।डॉक्टर को कब दिखाएँ
डॉक्टर से सम्पर्क करें यदि आप निम्न लक्षणों का अनुभव करते हैं
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कूल्हे के पीछे, नितम्बों में जलनयुक्त दर्द।
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पैरों के निचले सिरों के पिछले हिस्से में बिजली के झटके की तरह दर्द का दौड़ना।
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निचले सिरों में झुनझुनी और पीड़ा।