एम्ब्लियोपिया (आलसी आँख): प्रमुख जानकारी और निदान

एम्ब्लियोपिया (आलसी आँख) क्या है?

एम्ब्लियोपिया, जिसे सामान्य रूप से आलसी आँख कहा जाता है, बच्चों में पाई जाने वाली ऐसी स्थिति है जब एक आँख में दृष्टि उचित प्रकार से विकसित नहीं हुई होती। दृष्टि में कमी तब होती है, जब एक या दोनों आँखें मस्तिष्क को धुंधली छवि भेजती हैं। इस प्रकार मस्तिष्क उस आँख के साथ धुंधला देखना सीखता है, भले ही चश्मा लगा हो। एम्ब्लियोपिया केवल बच्चों को हो सकता है। यदि इसका उपचार ना हो, तो दृष्टि की हानि मंद से लेकर गंभीर तक हो सकती है।
सामान्यतया, एम्ब्लियोपिया द्वारा केवल एक आँख ही प्रभावित होती है, लेकिन दोनों आँखों का “आलसी” होना भी संभव है। इस स्थिति को उभयपक्षी एम्ब्लियोपिया कहते हैं।

रोग अवधि

आलसी आँख से पीड़ित अधिकतर बच्चों में, उचित चिकित्सा कुछ सप्ताहों से लेकर कुछ माह में दृष्टि को बढ़ा देती है और उपचार जितनी जल्दी आरम्भ हो जाए, उतना ही अच्छा होता है।

जाँच और परीक्षण

आमतौर पर एम्ब्लियोपिया का निर्धारण आँखों के सम्पूर्ण परीक्षण द्वारा आसानी से किया जाता है। सामान्यतया विशेष जांचों की आवश्यकता नहीं होती।



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