बच्चों में बुखार के दौरान आने वाले झटके: प्रमुख जानकारी और निदान

बच्चों में बुखार के दौरान आने वाले झटके क्या है?

फेब्राइल सीज़र्स वह झटके हैं जो बुखार के दौरान आते हैं (फेब्राइल अर्थात बुखार सम्बन्धी)। ये कोई हानि नहीं पहुँचाते और ना ही इनका अर्थ यह होता है कि बच्चे को कोई लम्बे समय की गंभीर बीमारी है। अधिकतर यह छः माह से लेकर छः वर्ष तक की आयु के बीच देखे जाते हैं। इन्हें बुखार के दौरे या बुखार के झटके भी कहा जाता है।
इन्हें दो समूहों में उपविभाजित किया गया है:
सामान्य या निश्चित प्रकार के झटके (बुखार के झटकों का 85%): सामान्य रूप से, 15 मिनट से कम समय के लिए, बुखार आने के 24 घंटों के भीतर आते हैं।
जटिल: 15 मिनट से लम्बे, बुखार आने के 24 घंटे बाद तक आ सकते हैं या 24 घंटों में कई बार झटके आ सकते हैं।

रोग अवधि

बुखार का साधारण झटका, कुछ सेकंड से लेकर 10 मिनट के भीतर स्वयं ही रुक जाता है। अक्सर इसके बाद थोड़े समय तक उनींदेपन या असमंजस की स्थिति बनी रहती है।

जाँच और परीक्षण

रोग का निर्धारण शारीरिक परीक्षण द्वारा होता है और अन्य जांचों की सलाह भी दी जा सकती है, जिनमें हैं:
  • मूत्र परीक्षण।
  • रक्त परीक्षण।
  • इलेक्ट्रोएन्सिफेलोग्राम(मस्तिष्क की जांच)।
  • लंबर पंक्चर (मेरुदंड से तरल लेकर जांच)।




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