रोकथाम (बचाव)
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वायरस को फैलने से रोकने के लिए इन नियमों का पालन करें।
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अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएँ।
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खाँसते और छींकते समय मुँह और नाक को ढंकें।
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भोजन को स्वच्छ हाथों से लाएँ-ले जाएँ।
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बच्चे का प्रतिरक्षक टीकाकरण उचित करवाएँ (बच्चों के प्रतिरक्षण की तालिका देखें)।
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फलों और सब्जियों से युक्त स्वास्थ्यवर्धक आहार दें।
ध्यान देने की बातें
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8-12 घंटों से मूत्रत्याग ना होना।
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सूखे तड़के होंठ और/या मुँह।
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रोने पर आंसू ना निकलना।
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झटके।
डॉक्टर को कब दिखाएँ
डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपके बच्चे को:
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केवल 4 माह का होने पर भी 100.4 F से अधिक बुखार है।
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लगातार रो रहा है, चिड़चिड़ा बना हुआ है, सांत्वना देने पर शांत नहीं हो रहा और रोगियों जैसा व्यवहार कर रहा है।
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सामान्य से अधिक लार गिरा रहा है और निगलने में कठिनाई है।
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गर्दन में जकड़न है या सिरदर्द और बुखार है।
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त्वचा पर जामुनी धब्बे हैं।
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साँस लेने में कठिनाई है, जब तक कि यह भरी हुई नाक के कारण ना हो।
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बुखार के झटके आ रहे हैं।
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बुखार 3 दिनों से अधिक समय से बना हुआ है।
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