रोकथाम (बचाव)
अस्थमा लम्बे समय तक बने रहने वाली स्थिति है, इसे रोका नहीं जा सकता किन्तु रोग को नियंत्रित रखने के लिए कदम उठाये जा सकते हैं- नमी का स्तर कम रखें और फफूंद जैसी चीज़ों को पनपने से रोकने के लिए घर के सभी छिद्रों को बंद करें
- बिस्तरों को एलर्जी-प्रूफ खोल से ढकें जिससे धुल के कणों से बचाव हो सके
- बेडरूम से गलीचा हटायें और नियमित रूप से सफाई करें.
- घर में बिना कृत्रिम महक वाले डिटर्जेंटस और स्वच्छता सामग्री प्रयोग करें
- घर को स्वच्छ रखें और भोजन सामग्री डिब्बों में बंद रखें, यह कोकरोच होने की संभावनाओं को कम करेगा. कुछ लोगों में कॉकरोच से अस्थमा बढ़ जाता है.
- धूम्रपान त्यागें
- अस्थमा के रोगियों को जहाँ तक संभव हो वायु प्रदूषण, औद्योगिक धूल/कचरा, और अन्य उत्प्रेरक धुएं से बचना चाहिए.
- डॉक्टर द्वारा लिखे गए इन्हेलर्स का प्रयोग करना चाहिए
ध्यान देने की बातें
- उनींदापन या असमंजस की स्थिति
- आराम के समय सांस लेने में कठिनाई
डॉक्टर को कब दिखाएँ
यदि आप निम्न में से किसी लक्षण का अनुभव करते हैं तो डॉक्टर को बुलाएं- छाती में तीव्र दर्द
- होंठों और चेहरे पर नीलापन
- सांस लेने में अत्यंत कठिनाई
- खांसी के साथ हरी, भूरी या खून की लार
- छाती में जकड़न, खांसी, और व्यायाम के दौरान जल्दी थकन या सांस लेने में कठिनाई
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