रोकथाम (बचाव)
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अपने आस पास हर समय स्वच्छता बनाये रखें। मच्छर उन क्षेत्रों या वस्तुओं में पनपते हैं जिनमें ठहरा या जमा हुआ पानी हो।
- मच्छर रोधियों का प्रयोग करें।
- कीटाणुनाशक युक्त मच्छरदानी।
- घर में सोने के स्थानों में मक्खी-कीड़ों को हटाने हेतु स्प्रे करें।
- जहाँ तक संभव हो प्रातः और सायं काल बाहरी गतिविधियों को सीमित करें।
- खिडकियों पर परदे वाले, पंखे वाले और/या वातानुकूलित कमरों में रहें।
- सोते समय बत्ती बुझा दें क्योंकि मच्छर प्रकाश से आकर्षित होते हैं।
- तीव्र गंध के आफ्टर-शेव या परफ्यूम ना लगायें, ये गंध मच्छरों को आकर्षित करती है।
- जब एनोफिलीस मच्छर अधिक सक्रिय हों तो खासकर प्रातः और सायंकाल लम्बी पेंट और पूरी बांह की कमीजें पहनें।
- डीईईटी (एन,एन डाईइथाइलमेटाटोलुमाईड) युक्त कीटाणुरोधियों का प्रयोग करें।
अन्य
मलेरिया गर्भावस्था की गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है क्योंकि गर्भवती महिलाओं को मलेरिया की सम्भावना अधिक होती है और इसलिए इसके कारण, समय पूर्व जन्म, गर्भपात, और मृत प्रसव हो सकता है। गर्भावस्था के समय मलेरिया का संक्रमण अत्यधिक गंभीर खतरा कर सकता है इसलिए उचित देखभाल आवश्यक है। इसकी चर्चा अपने स्वास्थ्य-सेवा प्रदाता से करें।ध्यान देने की बातें
मलेरियाग्रस्त व्यक्ति को हमेशा बुखार रहता है। आमतौर पर व्यक्ति को एकाएक तेज बुखार के साथ कंपकंपी होती है। बुखार प्रतिदिन या एक दिन छोड़कर आ सकता है। रोगी को सिरदर्द और शरीर में दर्द भी होता है। उल्टियाँ भी हो सकती है।डॉक्टर को कब दिखाएँ
- त्वचा का रंग पीला पड़ना
- रक्त शर्करा का कम होना
- गंभीर एनीमिया (लाल रक्त कणिकाओं की मात्रा में कमी)
डॉक्टर को बुलाएं यदि आप मच्छरों की चपेट में हैं और फ्लू जैसे लक्षण (तेज बुखार, कंपकंपी, सिरदर्द) दिख रहे हों।