लक्षण
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धीमे से तीव्र होता दर्द, सिर के एक हिस्से से शुरू होता है, लेकिन हर बार के सिरदर्द में ये हिस्सा बदल जाता है।
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सिर में फड़कता हुआ दर्द
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शारीरिक गतिविधि के समय बढ़ता दर्द
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दर्द के कारण नियमित गतिविधियों को करने में असमर्थता
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मतली
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उल्टी
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प्रकाश और ध्वनि के प्रति बढ़ी हुई संवेदनशीलता
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कमजोर एकाग्रता
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पसीना
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अत्यंत ठंडक या गर्मी लगना
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पेट में दर्द (जो कभी-कभी दस्त में बदल जाये)
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बार-बार मूत्रत्याग की आवश्यकता
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दृष्टि की समस्या-आपको चमकता प्रकाश, आड़ी-तिरछी रेखाएं और काले बिंदु दिखाई पड़ सकते हैं।
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गर्दन, कंधे या बाजुओं में जकड़न या झुनझुनी जैसे कि पिन या सुई लगने का एहसास।
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समन्वय की समस्या- आपको अपना संतुलन बिगड़ता लग सकता है।
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बोलने में कठिनाई
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होश खोना और मूड में बदलाव
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चक्कर आना
कारण
माइग्रेन का निश्चित कारण ज्ञात नहीं है। कई तरह के माइग्रेन को बाहरी कारण उकसाते हैं। इन संभावित बाहरी कारणों में :
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अनुवांशिकता
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वातावरण में परिवर्तन
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एलर्जी और एलर्जिक प्रतिक्रियाएँ
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चमकीला प्रकाश, तेज ध्वनि, और कुछ विशेष प्रकार की गंध या परफ्यूम
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तनाव और बेचैनी
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धूम्रपान या उसकी चपेट
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कैफीन का अत्यधिक सेवन या एकाएक कैफीन का सेवन बंद करना
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आहार चूकना या उपवास
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अत्यधिक मदिरापान
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मासिक चक्र में अनियमितता, गर्भनिरोधक गोलियाँ
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अत्यधिक थकावट
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आहार के कुछ विशेष प्रकार के रसायनों और परिरक्षकों के प्रति संवेदनशीलता
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कुछ विशेष दवाएँ जैसे गर्भनिरोधक गोलियाँ और नसों में फैलाव लाने वाली दवाएँ (वेसोडाईलेटर)
वे आहार जो माइग्रेन बढ़ाते हैं उनमें पनीर, चॉकलेट, चाईनीस फ़ूड, अजीनोमोटो, मेवे, इत्यादि हैं। अत्यधिक टीवी देखना या कंप्यूटर के सामने कार्य करना, देर रात तक चलने वाली पार्टियाँ, नींद लेने की कमजोर आदतें, ये सभी माइग्रेन का दर्द बढ़ाती हैं।
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