लक्षण
- गले में खराश 48 घंटे से अधिक समय तक रहती है और तीव्र होती है।
- लाल और फूले हुए टॉन्सिल्स जो साफ दिखाई देते हैं।
- टॉन्सिल्स पर सफ़ेद धब्बे।
- निगलने में कठिनाई।
- कान में दर्द।
- पेट में दर्द।
- बुखार और कंपकंपी।
- नाक से द्रव बहना।
- सिरदर्द
- जबड़े और गले में असहनशील पीड़ा।
- छींक और खाँसी।
- गर्दन और जबड़े में लसिका ग्रंथियों का बढ़ना आमतौर पर बैक्टीरियल संक्रमण में होता है।
कारण
टांसिलाइटिस अधिकतर वायरस द्वारा और कभी-कभी बैक्टीरिया द्वारा होता है। एक आम कारण स्ट्रेप्टोकोकस (स्ट्रेप) बैक्टीरिया है। टांसिलाइटिस के फफूंद और परजीवी कारण भी होते हैं।टॉन्सिल का संक्रमण संक्रामक हो सकता है, और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में मुँह, गले या संक्रमित व्यक्ति के बलगम द्वारा फ़ैल सकता है।
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