ट्यूबरक्लोसिस क्या है?
ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) एक बैक्टीरिया माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है। ये आपके शरीर के किसी भी अंग में रक्त के माध्यम से पहुँच सकता है। अधिकतर यह फेफड़ों को प्रभावित करता है। जब भी कोई संक्रमित व्यक्ति खाँसता है अथवा छींकता है तो हवा में उपस्थित कणों के संपर्क से यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रसारित होता है।सामान्यतया ट्यूबरक्लोसिस दो अवस्थाओं में बाँटा जाता है;
- सुप्त टीबी-इस स्थिति में शरीर में उपस्थित बैक्टीरिया निष्क्रिय अवस्था में रहता है और कोई लक्षण नहीं होते। सुप्त टीबी, जिसे कि निष्क्रिय टीबी या टीबी संक्रमण भी कहते हैं, फैलता नहीं है।
- सक्रिय टीबी- यह स्थिति आपको रोगी बनाती है और दूसरे में फ़ैल सकती है। यह टीबी बैक्टीरिया से संक्रमण के शुरुआती कुछ सप्ताहों में या वर्षों बाद प्रकट हो सकती है।
रोग अवधि
- आमतौर पर टी.बी. का इलाज स्थापित नियमानुसार चार जीवाणुरोधी दवाओं द्वारा छः महीने तक किया जाता है। रोगी के रोगमुक्त होने में लगभग 22 सप्ताह लगते हैं।
- यदि व्यक्ति जल्दी चिकित्सा आरम्भ कर दे तो छः माह में ठीक हो सकता है और यदि चिकित्सा देरी से शुरू हो तो ये समय 9 से 12 महीनों का हो जाता है।
जाँच और परीक्षण
- रोग निर्धारण रोगी के चिकित्सीय इतिहास और शारीरिक परीक्षण जिसमें लसिका ग्रंथियों की सूजन की जाँच और स्टेथोस्कोप द्वारा श्वास की आवाज के आधार पर होता है।
- टी.बी. हेतु सबसे अधिक प्रचलित जाँचों में त्वचा, रक्त और बलगम की जाँच तथा छाती का एक्स-रे शामिल है।
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1.ट्यूबरक्लोसिस क्या है?ट्यूबरक्लोसिस क्रोनिक संक्रमण से होने वाली बीमारी है, जो शुरुआत में फेफड़ों को संक्रमित करती है। यह बीमारी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया द्वारा होती है। द्वितीय स्तर पर यह रक्त के माध्यम से लसिका ग्रंथियों, मेरुदंड, और पेट को प्रभावित कर सकता है। अत्यंत कम स्थितियों में दूसरे अंग भी प्रभावित हो सकते हैं।
Q2. मुझे ट्यूबरक्लोसिस कैसे हो सकता है?
ट्यूबरक्लोसिस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक खाँसी के कणों द्वारा पहुँचता है। व्यक्ति को टीबी होती है अथवा नहीं, ये उस व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक शक्ति पर निर्भर करता है। माईकोबैक्टीरिया वर्षों तक निष्क्रिय अवस्था में हो सकता है और फिर रोग उत्पन्न करने के लिए सक्रिय हो सकता है। फेफड़ों में सक्रिय टीबी में रोगी को खाँसी में खून, शाम को बुखार, ठिठुरन और वजन का गिरना हो सकता है।
Q3. ट्यूबरक्लोसिस का इलाज क्या है?
ट्यूबरक्लोसिस के सभी रूपों का इलाज टीबी निरोधक औषधियों द्वारा किया जाता है। दवाओं का प्रतिरोध उत्पन्न ना हो इसलिए कई तरह की दवाएँ मिला-जुला कर प्रयोग की जाती हैं।
Q4. ठीक होने में कितना समय लगता है?
ट्यूबरक्लोसिस रोग की गंभीरता के आधार पर पूरी तरह ठीक होने में 6-12 महीनों का इलाज आवश्यक होता है।
Q5. मैं ट्यूबरक्लोसिस से कैसे बच सकता हूँ?
आप बीसीजी का टीका लगवाकर टीबी से बच सकते हैं। विकासशील देशों में इसे नवजात शिशुओं के लिये नियमित कर दिया गया है। यदि जाँच में आपके भीतर सुप्त या निष्क्रिय टीबी के लक्षण मिलते हैं, तो इसे टीबी में बदलने से रोकने के लिए आपको टीबी निरोधक दवाओं का पूरा इलाज दिया जाता है।
Q6. ट्यूबरक्लोसिस की समस्याएँ क्या हैं?
टीबी की उचित या अपर्याप्त चिकित्सा फेफड़ों की गंभीर क्षति करती है, जिससे मृत्यु हो सकती है।
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