यूआरटीआई: रोकथाम और जटिलताएं

रोकथाम (बचाव)

  • जिन लोगों को संक्रमण हो उनसे संपर्क घटाएँ (प्रभावित लोग लक्षण होने के कुछ दिन पूर्व से लेकर लक्षण जाने के कुछ दिन बाद तक वायरस के वाहक और प्रसारक दोनों होते हैं)।
  • घर की आम चीजों की उचित सफाई जिन्हें संक्रमित व्यक्तियों द्वारा उपयोग किया गया हो जैसे टेलीफोन, रेफ्रीजिरेटर का दरवाजा, कंप्यूटर, सीढ़ी की रेलिंग, दरवाजों के हत्थे आदि।
  • खांसते और छींकते समय मुँह को ढंकें; और फ्लू का टीका लगवाएँ (खासकर, वृद्धजन, गंभीर चिकित्सीय स्थिति वाले लोग और स्वास्थ्य कार्यकर्ता आदि)।
  • जब तक कि हवा का आवागमन उचित ना हो, संक्रमित व्यक्तियों के साथ एक जगह पर ना रहें क्योंकि ये संक्रमण नन्हीं बूंदों तक से फैलता है।
  • वायरस से संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने के बाद और उसके द्वारा उपयोग की कई वस्तुएँ छूने के बाद अपने हाथ अच्छी तरह धोएँ।
  • अपने बच्चों को हाथ अच्छी तरह धोना सिखाएँ। परिवार में वयस्कों के मुकाबले बच्चों द्वारा संक्रमण जल्दी हो सकता है।
  • उन लोगों, जिनकी खाँसी, छींक या नाक बह रही हो, से दूरी रखें या मास्क पहन कर रखें. (या उन्हें मास्क पहनने के लिये कहें)।
  • भोजन से पहले, संक्रमित लोगों से सीधे संपर्क के बाद, जानवरों, रक्त, स्राव, भीड़- भाड़ वाली जगह, और शौचालय के प्रयोग के बाद हाथ नियमित धोएँ।
  • अन्य संक्रमित व्यक्तियों के साथ पेय पीने की बोतलें, कप, तौलिया इत्यादि ना बाँटें। WASHING HANDS AND SNEEZING

ध्यान देने की बातें

  • खाँसी में खून।
  • गहरा अथवा जंग के रंग का बलगम।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

डॉक्टर को कब बुलाएँ
अधिकतर यूआरटीआई समस्याएँ नहीं करते। यूआरटीआई से खाँसी, व्हीज़ (साँस लेते समय सीटी की आवाज), और साँस लेने में कठिनाई आदि बढ़ सकते हैं। यदि कुछ दिनों में लक्षणों में आराम नहीं हो, या आपको लगे कि कोई नई समस्या पैदा हो रही है, तो डॉक्टर से सम्पर्क करें।
  • यदि बुखार, व्हीज़िंग या सिरदर्द बढ़ जाये या गंभीर हो जाये।
  • यदि आपको: तेजी से साँस या साँस लेने में कठिनाई हो।
  • यदि खाँसी में खून आये या गहरा अथवा जंग के रंग का बलगम हो।
  • यदि खाँसी 3-4 सप्ताह से अधिक समय तक रहे।
  • यदि आपको यूआरटीआई बार-बार हो रहा हो।






यूआरटीआई, आरटीआई, ऊपरी श्वसन तंत्र का संक्रमण, नाक बहना, सर्दी, यूआरआई, वायरस द्वारा यूआरटीआई, वायरस द्वारा यूआरआई, नाक से द्रव, नाक में अवरोध, यूआरटीआई से निवारण, URTI rog, URTI ki roktham aur jatiltain, URTI se bachav aur nivaran, URTI doctor ko kab dikhayein,