एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) क्या है?
एनसिफेलाईटिस मस्तिष्क की सूजन को कहते हैं। यह वायरल संक्रमण के कारण होता है। यह दुर्लभ किन्तु प्राणघातक रोग है. सामान्यतया अत्यंत युवा या अत्यंत वृद्ध प्रभावित होते हैं।रोग अवधि
उचित उपचार के साथ ठीक होने में कुछ सप्ताह से लेकर महीनों लग जाते हैं।जाँच और परीक्षण
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एमआरआई और सीटी स्केन।
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रक्त और मूत्र परीक्षण।
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लम्बर पंक्चर (मेरुदंड से सुई डालकर द्रव निकालना)।
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इलेक्ट्रोएनसिफेलोग्राम (ईईजी)।
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मस्तिष्क की बायोप्सी।
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. भारत में सबसे आम एनसिफेलाइटिस कौन सा है?जापानी एनसिफेलाइटिस सबसे आम है।
जी नहीं। एक बार सूअर के मरने के बाद जेई वायरस उसके माँस में जीवित नहीं रहता। जेई वायरस केवल जीवित कोशिकाओं के अन्दर जीवित रहता है। इसके अलावा माँस को 60 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर पकाने, भूनने या उबालने से किसी भी प्रकार का वायरस नष्ट हो जाता है। हमारे पाचक रस और पेट के भीतर का अम्ल भी वायरस को नष्ट कर सकते हैं।
जी हाँ। इसे भारत सरकार द्वारा अक्टूबर 2013 में लाया गया है। यह टीका इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ वाइरोलाजी (एनआइवी) और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमि. के वैज्ञानिकों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है और इसका नाम जेनवेक है। इसे राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के अंतर्गत निःशुल्क लगाए जाने का प्रस्ताव है। टीके के चिकित्सीय परीक्षण सफल रहे हैं और शीघ्र ही इसे बाजार में उतारे जाने की योजना है।