लूम्बेगो (कमर दर्द) – रोकथाम – कमर को स्वस्थ व मजबूत रखने के लिए व्यायाम करें। अपनी कमर को बचाने के लिए चीजों को सही और सुरक्षित रूप से उठाना सीखें। बैठते समय अपनी कमर की सुरक्षा रखें। सोने की अलग-अलग मुद्राएँ अपनाएँ।.
लेखक: Dr. Anup Agarwal
लूम्बेगो (कमर दर्द): लक्षण और कारण
लूम्बेगो (कमर दर्द) – लक्षण – दर्द, माँसपेशियों में तनाव और कमर में जकड़न। दर्द का एक अथवा दोनों पैरों में उतरना।. लूम्बेगो (कमर दर्द) – कारण – लूम्बेगो, कमर के जोड़ों की भीतरी टूट-फूट या अत्यधिक कार्य करने या जोड़ों का अत्यधिक उपयोग करने से, जोड़ों की सतह पर आई विकृति के परिणामस्वरूप होता हुआ पाया जाता है।.
लूम्बेगो (कमर दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
लूम्बेगो (कमर दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार आप अपने शरीर को स्वास्थ्यवर्धक आहार लेकर उचित आकार में रख सकते हैं जैसे फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज आदि। ऐसे आहार चुनें जिनमें संतृप्त वसा और शक्कर का स्तर कम हो। पानी अधिक मात्रा में पियें।: कमर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में विटामिन डी अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है। विटामिन डी, “सनशाइन” विटामिन की कमी, कमर के दर्द में योगदान दे सकती है। सूर्य के प्रकाश द्वारा और मछली, दूध, अंडे, दलिया द्वारा विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा लें।
, विटामिन सी, जिसे एस्कोर्बिक एसिड भी कहते हैं, ऐसा विटामिन है जो कमर दर्द में सहायता करता है। हरी पत्तेदार सब्जियाँ, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, पपीता, स्ट्रॉबेरी आदि सभी विटामिन सी से भरपूर होते हैं।
, विटामिन बी1, बी6, और बी12 आपके कमर दर्द को काफी कम कर सकते हैं। पालक, गाजर, फलियाँ और साबुत अनाजों में ये विटामिन अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
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लूम्बेगो (कमर दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान
लूम्बेगो कमर में या लम्बर क्षेत्र में होने वाले मध्यम से तीव्र दर्द या पीड़ा को कहते हैं।.
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम: रोकथाम और जटिलताएं
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम – रोकथाम – आँखों का नियमित परीक्षण और देखने की उचित आदतें कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम से सम्बंधित लक्षणों के उत्पन्न होने को रोक सकती हैं या कम कर सकती हैं।.
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम: प्रमुख जानकारी और निदान
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम आँखों और दृष्टि से सम्बंधित समस्याओं का समूह है जो लम्बे समय तक कंप्यूटर स्क्रीन देखने से उत्पन्न होता है।.
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम: लक्षण और कारण
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम – लक्षण – शुष्क, उत्तेजित, थकी हुई और जलन युक्त आँखें। आँखों की लालिमा। सिरदर्द। थकावट (अत्यंत थकावट का एहसास)। दोहरा दिखाई देना। केन्द्रित होने की समस्या।. कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम – कारण – यदि आप बगैर सुविधाजनक तरीके और अनुचित प्रकार से कंप्यूटर पर काम करते हैं, और बार-बार विश्राम नहीं लेते हैं, तो आपको कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम हो सकता है।.
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम – व्यायाम – यदि आप नियमित रूप से कुछ लक्षण जैसे कि आँखों में तनाव, धुंधला दिखाई देना, सिरदर्द, चमकीले प्रकाश के प्रति बढ़ी संवेदनशीलता, थकी हुई आँखें, या ध्यान बनाए रखने में कठिनाई का अनुभव कर रहे हैं, तो आप आँखों के कुछ व्यायाम कर सकते हैं जैसे:
, एक मिनट तक हर तीन या चार सेकंड में आँखें झपकाना कॉर्निया को स्वच्छ करके और आँखों को आराम देकर आँखों का तनाव कम करता है।
, आँखों को ढंकना-कुछ सेकेंड के लिए दोनों हाथों की तीन-तीन उँगलियों द्वारा आँख की उपरी पलक को दबाएँ, फिर छोड़ें। यह प्रक्रिया कम से कम पाँच बार करने से आँखों की सिलिया माँसपेशियों में इकठ्ठा हुआ तनाव चला जाता है।
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विटामिन D की कमी: रोकथाम और जटिलताएं
विटामिन D की कमी – रोकथाम – अपने आपको, बिना बचाव के, सीमित समय के लिए, सूर्य के प्रकाश के संपर्क में रखें। सभी तरह के आहारों से परिपूर्ण भोजन लें। विटामिन D का पूरक लें।.
विटामिन D की कमी: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज (Vitamin D ki kami: gharelu upchar, ilaj or parhej)
विटामिन D की कमी – आहार – लेने योग्य आहार आहार से विटामिन D की पर्याप्त मात्रा ले पाना असंभव है। सूर्य के प्रकाश से सीधा सम्पर्क ही आपके शरीर में विटामिन D उत्पन्न करने का एकमात्र विश्वसनीय तरीका है। कुछ आहारों में विटामिन D की थोड़ी मात्रा होती है, जिनमें:: वसायुक्त मछली, जिगर का माँस, अंडे की जर्दी,