दमा: लक्षण और कारण

दमा लक्षण – खांसी, व्हीज़िंग, साँस लेने में कठिनाई, अत्यंत थकान का अनुभव, सोने में कठिनाई. दमा कारण – एलर्जन जैसेकि वृक्षों के परागकण, धूल के कण, श्वसन संक्रमण, मोटापा और शारीरिक गतिविधि.

दमा: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

दमा आहार – लेने योग्य आहार ना लेने योग्य आहार: फल और सब्जियां अधिक मात्रा में खाएं, ओमेगा-3 फेटी एसिड्स युक्त आहार लें जो कि सैलमन, ट्यूना और सारडाइन मछलियों में पाया जाता है और कुछ वनस्पति स्रोत जैसे कि अलसी जिनमें स्वास्थ्य के लिए कई लाभकारी तत्व माने जाते हैं. अस्थमा के रोगियों के लिए कहे गए सबसे लाभकारी आहारों में: एवोकेडो, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, केल, ब्रोकोली स्प्राउट, शकरकंद, अदरक, हल्दी, लहसुन, प्याज़, सेब, मेवे, टमाटर आदि हैं,

आंत्रशोथ: लक्षण और कारण

आंत्रशोथ लक्षण – पतले, पानी जैसे दस्त, मतली और उल्टी, पेट दर्द, पेट में ऐंठन, भूख ना लगना. आंत्रशोथ कारण – वाइरसेस, बैक्टीरिया, पेरासाइट्स, आहार या दवा में किसी चीज़ के लिए हुई विपरीत प्रतिक्रिया.

आंत्रशोथ: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

आंत्रशोथ आहार – लेने लायक भोजन: बिना मसाले का सादा भोजन जो कि पचने में हल्का हो लेना सबसे बढ़िया होता है। यदि आप उल्टी से पीड़ित हैं, तो ब्रेड टोस्ट लेना चाहिए, मतली या उल्टी के एहसास को नीबू, अंगूर, नारंगी की तरह के खट्टे फलों द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। सब्जियों का सूप पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है।

आंत्रशोथ: रोकथाम और जटिलताएं

आंत्रशोथ रोकथाम – स्वच्छ स्थिति बनाए रखें। सही तरीके से बना और रखा हुआ भोजन करें, टीका लगवाएं.

आंत्रशोथ: प्रमुख जानकारी और निदान

गैस्ट्रोएन्टेराइटिस बैक्टीरिया द्वारा किया गया आहार-पथ का संक्रमण और सूजन है। इसे पेट के फ्लू या फ़ूड पॉइज़निंग के रूप में भी जाना जाता है।.