गठिया: रोकथाम और जटिलताएं

गठिया रोकथाम – नियमित व्यायाम द्वारा वजन पर नियंत्रण, शराब का सीमित सेवन, प्यूरिन्स की अधिक मात्रा वाले मीट और मछली युक्त आहार को सीमित करना.

गठिया: लक्षण और कारण

गठिया लक्षण – प्रभावित जोड़ में तीव्र दर्द, सूजन, लालिमा, नाजुकपन, गर्मी और खुजली. गठिया कारण – अधिक मात्रा में शराब या प्युरीन लेना, मोटापा, अनुवांशिकता, सीसा (लैड) की चपेट (प्रभाव) में आना.

गठिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

गठिया आहार – लेने योग्य आहार: चेरीस में अन्थोसायनीडीन्स होते हैं जो यूरिक एसिड को घटाने में सहायक हैं. प्रतिदिन एक कप चेरीस, ताज़ी या डिब्बाबंद, खानी चाहिए. स्ट्रॉबरीस और ब्लूबेरीज भी लाभकारी होती हैं. सेब का सिरका, नीबू का रस, हल्दी, अदरक, केले, अन्नानास, बेरीज, अजमोदा, अंकुरित अल्फाल्फा और अजमोदा बीज ये सभी पोषक तत्व, एंजाइमस और अन्य गठिया-रोधी तत्व प्रदान करते हैं. पोटैशियम की अधिक मात्रा वाले आहार, जैसे कि डेरी उत्पाद, खरबूज, केले या संतरे का रस.

गठिया: प्रमुख जानकारी और निदान

जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल्स जमा होने के कारण होने वाली सूजन को गठिया कहा जाता है. ये सामान्यतया अंगूठे की गठान या टखने को प्रभावित करता है.

आर्थराइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

आर्थराइटिस आहार – लेने योग्य आहार: ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से समृद्ध आहार- समुद्री मछली, अलसी, अखरोट, समुद्री शैवाल, और सोयाबीन्स, भोजन पकाने में वनस्पति तेल या मक्खन के स्थान पर जैतून का तेल प्रयोग करें क्योंकि इसमें एक प्राकृतिक कम्पाउंड ओलियोकेंथल होता है जो आर्थराइटिस सम्बन्धी सूजन को रोकने में सहायक हो सकता है. विटामिन सी से समृद्ध आहार- अमरुद, शिमला मिर्च, संतरे, अंगूर, स्ट्रॉबेरीज, अन्नानास, कोल्हाबी, पपीता, नीबू, ब्रोकोली, केल(एक प्रकार की गोभी), आलू और ब्रसल अंकुरित आहार,

आर्थराइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

आर्थराइटिस रोकथाम – शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के लिए नियमित व्यायाम करें, वजन को नियंत्रित रखें, अपने जोड़ों को चोट से बचाएँ, अल्कोहल लेने की मात्रा सीमित करें, धूम्रपान त्यागें.

आर्थराइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

आर्थराइटिस जोड़ों जैसेकि कोहनी का जोड़, घुटने का जोड़ आदि के बहुकालीन दर्द की स्थिति है..

आर्थराइटिस: लक्षण और कारण

आर्थराइटिस लक्षण – प्रभावित जोड़ का दर्द, सूजन और लालिमा, जोड़ को घुमाने में कठिनाई. आर्थराइटिस कारण – चोट, अपने प्रतिरक्षा तंत्र में अनियमितता, मोटापा, अनुवांशिकता.

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): रोकथाम और जटिलताएं

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – रोकथाम – धूम्रपान त्यागें। रक्तचाप कम करें। वजन घटाएँ। स्वस्थ आहार लें। अपने आहार में नमक का प्रयोग नियंत्रित करें।.

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): प्रमुख जानकारी और निदान

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें ह्रदय शरीर की आवश्यकता के अनुसार रक्त पंप नहीं कर पाता।.