कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे और प्रशीतन युक्त फल व सब्जियाँ (केला, स्ट्रॉबेरी, आलू, टमाटर, पालक, एवोकेडो, सूखे फल, संतरा और अन्य खट्टे फल)। रेशे से समृद्ध आहार (साबुत अनाज, फल और सब्जियाँ)। ताजा माँस, पोल्ट्री आहार, मछली (बिना नमक या कम नमक से बनी हुई)।
लेखक: Dr. Anup Agarwal
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): रोकथाम और जटिलताएं
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – रोकथाम – धूम्रपान त्यागें। रक्तचाप कम करें। वजन घटाएँ। स्वस्थ आहार लें। अपने आहार में नमक का प्रयोग नियंत्रित करें।.
यूआरटीआई: रोकथाम और जटिलताएं
यूआरटीआई रोकथाम – जिन लोगों को संक्रमण हो सकता है उनके साथ संपर्क घटाएँ। खाँसते और छींकते समय चेहरा ढंकें। फ्लू का टीका लगवाएँ।.
यूआरटीआई: लक्षण और कारण
यूआरटीआई लक्षण – छींक, खाँसी, नाक बहना, गले में खराश, बुखार. यूआरटीआई कारण – वायरस और बैक्टीरिया.
यूआरटीआई: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
यूआरटीआई आहार – लेने योग्य आहार:: लेने योग्य आहार में प्राकृतिक खाद प्रयुक्त ताजी सब्जियाँ, गुणवत्ता युक्त पशु उत्पाद जो विटामिन A और D से समृद्ध हों जैसे मछली, अंडे, खमीर युक्त आहार, घर पर चिकन द्वारा तैयार किया बोन ब्रोथ जो कि फेफड़ों के स्वस्थ रहने हेतु उत्तम है। विटामिन C से समृद्ध आहार जैसे कि ताजी और सुखाई हुई सब्जियाँ, हरी मिर्च, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसल स्प्राउट्स, अमरुद, स्ट्रॉबेरी, पपीता लेने चाहिए। अदरक युक्त चाय सर्दी से आराम दिलाती है।
यूआरटीआई: प्रमुख जानकारी और निदान
यूआरटीआई वायरस अथवा बैक्टीरिया द्वारा ऊपरी श्वसन तंत्र, श्वासनलिका, और नाक में स्थित छिद्रों का तीव्र संक्रमण है। इसमें गले में खराश, बढ़े हुए टॉन्सिल्स, सिरदर्द, बुखार, शरीर में दर्द और सूखी खांसी होती है।.
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: रोकथाम और जटिलताएं
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – रोकथाम – वजन कम करें यदि आपका वजन अधिक है। नियमित व्यायाम करें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। चोटों से बचें।.
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – आहार – लेने योग्य आहार: फल, सब्जियाँ, मेवे, जैतून का तेल, और मछली अधिक मात्रा में खाएँ। छना हुआ पानी अधिक मात्रा में पियें। अदरक, हल्दी और हरी चाय में सूजन को कम करने के गुण होते हैं।
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: लक्षण और कारण
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – लक्षण – प्रभावित जोड़ में दर्द, जकड़न, सूजन और पीड़ा। माँसपेशियों में कमजोरी और जोड़ों को घुमाने में कठिनाई।. रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – कारण – आरए जोड़ों के कार्टिलेज (उपास्थि) को एंटीबाडी द्वारा पहुँचाई गई क्षति से होता है।.
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
आरए जोड़ों की सूजन को कहते हैं खासकर हाथों और पैरों की उँगलियों के जोड़ों की सूजन।.