ओमेगा 3 आहार

तैलीय मछली और समुद्री आहार में ओमेगा-3 फेट्स होते हैं जो सामान्य स्वास्थ्य को बढ़िया बनाए रखने में और ह्रदय रोग तथा स्ट्रोक के खतरे को कम करने में सहायक होते हैं।

मसूढ़ों की देखभाल के घरेलू उपाय

कृत्रिम दांत लगाने वालों को बत्तीसी बैठाने के दौरान नमक का प्रयोग अत्यंत आराम देता है। यह मसूढ़ों की सूजन और दर्द को कम करता है। यह मुँह के भीतर बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकता है और मुँह के घाव या मुँह सूखने के खतरे को कम करता है।

सूखे मेवे से स्वास्थ्य लाभ के घरेलू उपाय

बादाम विटामिन ई, कॉपर, मैग्नीशियम, उच्च गुणवत्ता के प्रोटीन, और स्वास्थ्यवर्धक असंतृप्त फैटी एसिड का समृद्ध स्रोत है। ये सभी तत्व हृदयवाहिनियों से सम्बन्धित ह्रदय रोगों को रोकने में सहायक होते हैं, कैंसर के खतरे को घटाते हैं और जीवनकाल को बढ़ाते हैं।

आलू से स्वास्थ्य लाभ के घरेलू उपाय

यह निश्चित करें कि आप पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन कर रहे हैं क्योंकि ये पोटैशियम से समृद्ध होते हैं। सब्जियों के लिए आप मटर, पत्तेदार सब्जियाँ, टमाटर, पालक और आलू चुन सकते हैं। फल जैसे कि केले और संतरे तथा सूखे मेवे जैसे किशमिश, खुबानी, आलूबुखारा और खजूर भी पोटैशियम से समृद्ध होते हैं. ओवरडोज़ के खतरे से बचने के लिए ध्यान रखें कि आपका पोटैशियम आहार से लिया गया हो ना कि पूरकों से।

आंवले के लाभकारी उपाय

आँवला घाव भरने की क्रिया और मसूढ़ों को लाभ देने वाले संयोजी ऊतकों के विकास को तेज करता है। इसके अतिरिक्त, यह मुँह को साफ करता है और साँस की बदबू से छुटकारा देता है। प्रतिदिन 1/2 गिलास पानी के साथ 1/2 चम्मच सूखा आँवला चूर्ण लें या एक ताजा आँवला लें।

एलर्जी में आराम पाने के घरेलू उपाय

100 ग्राम पपीते में 62 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 75 प्रतिशत होता है। यदि आपको लेटेक्स या पपेन से एलर्जी है, तो पपीता ना खाएँ। गर्भावस्था में कच्चा पपीता ना खाएँ।

जलने पर घरेलू उपाय

कच्चा आलू अपनी जलन रोधी और ठंडक देने की प्रक्रिया के कारण त्वचा जलने के छोटे-मोटे मामलों का उपचार कर सकता है। यह दर्द से छुटकारा देता है और फफोले पड़ने की संभावना घटाता है। केवल कच्चे आलू का टुकड़ा काटें और जले हिस्से पर रगड़ें, यह निश्चित करें कि आलू से निकला तरल प्रभावित क्षेत्र पर ही लगे।

कढ़ी पत्ते से घरेलू उपाय

कढ़ीपत्ता मधुमेह को रोकने और नियंत्रित करने में उपयोगी होता है क्योंकि इसमें मधुमेह रोधी गुण होते हैं। ऐसा माना जाता है कि कढ़ीपत्ते में एक तत्व होता है जो मधुमेह के रोगियों में स्टार्च के ग्लूकोस में टूटने की दर को कम कर देता है। आपको प्रतिदिन सुबह केवल 10 पत्ते चबाने होते हैं।

काली मिर्च से स्वास्थ्य लाभ के घरेलू उपाय

काली मिर्च अक्सर पाचन सुधारने, भूख बढ़ाने और पेट सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने में प्रयोग की जाती है। ये पेट और आँतों की गैस को भी दूर करती है।