धूप में जाने से पहले नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाएँ। छः माह से कम आयु के शिशुओं में सनस्क्रीन लगाने की सलाह नहीं दी जाती, उन्हें बाहर ले जाते समय धूप से बचाने वाले कपड़े पहनाने चाहिए।
लेखक: Dr. Jai Prakash
साँस सम्बन्धी टिप्स
दिनभर अपनी साँस और शरीर की बनावट का ध्यान रखें और अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते रहें। यह पेट के हिस्से को शक्ति देता है और उस क्षेत्र को व्यवस्थित बनाए रखता है।
ब्रेड और स्वास्थ्य
सफ़ेद कार्ब्स अर्थात रिफाइंड अनाज जैसे सफ़ेद चावल, पास्ता, सफ़ेद ब्रेड, नूडल्स, रेप्स, और मैदे और ब्रेड से बनी कोई भी वस्तु। इनके बनाने की प्रक्रिया के दौरान पोषक तत्व हटा दिए जाते हैं, जिससे ये कैलोरी से भरपूर और पोषण में निम्न हो जाते हैं। ये हमारे शुगर के स्तर में नुक्सानदायी उछाल देते हैं। इनके स्थान पर आप भूरे कार्ब्स (रिफाइंड ना किये हुए जटिल कार्ब्स) लें, जैसे भूरे चावल, साबुत अनाज, ओट्स, ओटमील, दालें, मेवे। इन सभी में पोषण और विटामिन जुड़े हुए आते हैं।
हड्डियों हेतु आहार
एक पैर पर 8 से 10 सेकंड तक खड़े रहना एकाग्रता को बढ़ाता और आपके मस्तिष्क को संतुलित करता है। अपने शरीर को संतुलन के लिए प्रशिक्षित रखना आपके शरीर के पूरे उपरी और निचले हिस्से को शक्ति देता है। ये व्यायाम मस्तिष्क, नसों, मांसपेशियों और हड्डियों के उपयोग की आवश्यकता वाली क्रियाओं द्वारा आपकी संतुलन प्रक्रिया को चुनौती देते हैं।
बढ़ती उम्र रोकने के उपाय
शरीर में पानी की मात्रा उचित बनाए रखने के लिए सभी प्रकार की बेरियाँ बढ़िया हैं किन्तु 92 प्रतिशत जल के साथ स्ट्रॉबेरी सर्वोत्तम है। इनमें विटामिन सी, पोटैशियम, रेशा और फोलिक एसिड भी होता है। स्ट्रॉबेरी बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने से लेकर दिल की नसों को ठीक रखने जैसे कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ देती है।
गर्भावस्था सम्बन्धी टिप्स
शक्कर के स्थान पर आमतौर से प्रोटीन के सामान्य प्रकारों से बने हुए यौगिक लिए जाते हैं। चूँकि यह शक्कर से बने नहीं होते, इसलिए शुगर के रोगियों द्वारा मिठास के लिए प्रयुक्त किये जाते हैं और ये गर्भावस्था के दौरान भी सुरक्षित हैं।