टीनिया केपिटिस – रोकथाम – अपने बालों में नियमित शैम्पू लगाएँ। घर में अन्य लोगों तक संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किये गए तौलिये, कपड़े और अन्य वस्तुएँ अच्छी तरह धो लें।.
लेखक: Dr. Rahul Ranjan
टीनिया केपिटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
टीनिया केपिटिस फफूंद (फंगस) द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जिसे सिर की त्वचा का रिंगवर्म भी कहा जाता है, यह अत्यंत संक्रामक होता है।.
टीनिया केपिटिस: लक्षण और कारण
टीनिया केपिटिस – लक्षण – सिर की त्वचा पर खुजली। लालिमायुक्त क्षेत्र या बाल रहित निशान। सूजे हुए, निशानयुक्त या उत्तेजित त्वचा के क्षेत्र। बाल झड़ना. टीनिया केपिटिस – कारण – सिर की त्वचा का रिंगवर्म फफूंद जैसी अनेक प्रकार की फंगस में से एक के द्वारा होता है जिसे डर्मेटोफाइट्स कहते हैं।.
टीनिया केपिटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
टीनिया केपिटिस – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: अनाज, चावल, पास्ता, फलियाँ, ब्रेड्स, डेरी उत्पाद, मीठे पेय और रस। ताजे फल और सब्जियाँ लिये जाने चाहिए। तेज आंच पर भुने, मसालेदार, खट्टे और अत्यंत मीठे आहार। खट्टे फल (नीबू, मौसंबी, संतरा), चटनी, सौसेस, अचार, सरसों और सिरका।
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा): रोकथाम और जटिलताएं
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा) – रोकथाम – यदि संभव हो तो ठन्डे वातावरण में ना जाएँ। हाथों, पैरों और पूरे शरीर पर गर्म कपड़े पहनें। भीतरी वस्त्र ढीले-ढाले हों। उँगलियों को लम्बे समय तक कम्पन में ना रहने दें। धूम्रपान त्यागें।.
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा) – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन ई रक्त प्रवाह बढ़ाता है इसलिए विटामिन ई से समृद्ध आहारों जैसे पालक, बादाम, मछली, ब्रोकोली, कद्दू, गाजर, टमाटर आदि का सेवन करें। मैग्नीशियम रायनौड्स डिजीज में सख्त हुई रक्तवाहिनियों को फैलाता है, गहरे रंग की पत्तेदार सब्जियाँ, मछली, फलियाँ, दालें, भूरा चावल, एवोकेडो, केले आदि मैग्नीशियम से समृद्ध आहार हैं। विटामिन बी नियासिन भुजाओं, उँगलियों, पैरों और पैरों की उँगलियों में रक्तसंचार को उत्प्रेरित करता है। मछली, चिकन, मशरुम, हरी मटर, एवोकेडोस ये सभी नियासिन से समृद्ध आहार हैं।
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा): प्रमुख जानकारी और निदान
रायनौड्स फेनोमेनन, जिसे कि रायनौड्स सिंड्रोम या डिजीज भी कहते हैं, हाथों और पैरों की उंगलियों में (और चुनिन्दा स्थितियों में नाक और कान में) रक्त संचरण का विकार है।.
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा): लक्षण और कारण
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा) – लक्षण – हाथों और पैरों की उँगलियों, नाक और कानों में झुनझुनी और एहसास की क्षमता का कम होना। उँगलियों का, अंगूठे को प्रभावित किये बिना, सफ़ेद या पीला पड़ जाना। नीली त्वचा जो ठंडा और सुन्न महसूस करती है।. रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा) – कारण – प्राथमिक रायनौड्स अपने आप उत्पन्न होता है। इसका कारण ज्ञात नहीं है। इसी तरह द्वितीयक रायनौड्स भी है, जो चोटों, अन्य रोगों या कुछ औषधियों से होता है।.
अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान
अर्थ्रेल्जिया शब्द का अर्थ है जोड़ों का दर्द। दर्द एक या अधिक जोड़ों में हो सकता है।.
अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): लक्षण और कारण
अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – लक्षण – अर्थ्रेल्जिया का प्राथमिक लक्षण है जोड़ का दर्द। यह दर्द तीखा, धीमा, चुभनयुक्त, जलनयुक्त, या फड़कता हुआ हो सकता है। यह मंद से तीव्र हो सकता है।. अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – कारण – जोड़ों में दर्द क्यों होता है, इसके अनेक कारण हो सकते हैं। ऐसा निम्न कारणों से हो सकता है:- चोट, संक्रमण, प्रतिरक्षण तंत्र का विकार। एलर्जी सम्बन्धी प्रक्रियाएँ।.