डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन): रोकथाम और जटिलताएं

डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन) – रोकथाम – पोषक आहार लें। उचित वजन बनाए रखें। नियमित व्यायाम करें।.

डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन) – आहार – लेने योग्य आहार: हरी पत्तेदार और अन्य सब्जियाँ जैसे टमाटर, ब्रोकोली, हरी पत्तेदार, लेट्यूस, पत्तागोभी और फूलगोभी
, संतरे और संतरों का रस, मौसंबी, नीबू और अन्य खट्टे फल
, साबुत अनाज
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डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन): लक्षण और कारण

डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन) – लक्षण – स्मृति में कमी। संवाद में कठिनाई। व्यक्तित्व में परिवर्तन।. डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन) – कारण – सिर में चोट। संक्रमण और प्रतिरक्षक तंत्र में विकार। चयापचयी समस्याएँ। पोषण में कमी।.

डिमेंशिया (मतिभ्रम, पागलपन): प्रमुख जानकारी और निदान

डिमेंशिया (स्मृतिलोप या मतिभ्रम) एक सामान्य शब्द है, जो कुछ लक्षणों जैसे स्मृति, संवाद और सोचने की शक्ति में कमी को बताता है।.

क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): रोकथाम और जटिलताएं

क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – रोकथाम – जानकारी लेने के लिये स्वास्थ्य सलाहकारों से मिलें। शराब और धूम्रपान त्यागें। नियमित व्यायाम। चिकित्सा में शीघ्रता दर्द दूर करने में सहायक होती है।.

क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – आहार – लेने योग्य आहार: फलियाँ, मेवे, और बीज आहार
, फल और सब्जियाँ
, प्रोटीन
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क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): लक्षण और कारण

क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – लक्षण – थकावट। स्मरण शक्ति और एकाग्रता की हानि। गले में खराश। आपके गले अथवा भुजाओं में बढ़ी हुई लसिका ग्रंथियाँ।. क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – कारण – वायरस द्वारा हुए संक्रमण। हार्मोन सम्बन्धी अनियमितताएँ। प्रतिरक्षक तंत्र सम्बन्धी समस्याएँ। पारिवारिक इतिहास।.

क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): प्रमुख जानकारी और निदान

क्रोनिक फटीग सिंड्रोम एक ऐसा विकार है जिसमें अत्यधिक थकावट होती है। यह आपकी दैनिक शारीरिक और मानसिक गतिविधियों से और बढ़ जाता है।.

एड्स (HIV-AIDS): प्रमुख जानकारी और निदान

एड्स (अक्वायर्ड इम्यून डेफिशियेंसी सिंड्रोम) लम्बे समय तक रहने वाली, जीवन को संकट पहुँचा सकने में अत्यंत सक्षम स्थिति है जो ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) से होती है।.

एड्स (HIV-AIDS): लक्षण और कारण

एड्स (HIV-AIDS) – लक्षण – बुखार, ठिठुरन, जोड़ों में दर्द, माँसपेशियों में दर्द. एड्स (HIV-AIDS) – कारण – यौन संपर्क। शरीर में सुई के संपर्क से जाने वाली वस्तुओं द्वारा। रक्त चढ़ाना।.