व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी) – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे फल और फलों का ताजा रस, नवजात शिशुओं को केवल स्तनपान और विटामिन, खासकर विटामिन सी, जारी रखा जाना चाहिए। ब्रेड, मक्खन, जई का आटा-दलिया, दूध की पुडिंग, अंडे और कीमा।
लेखक: Dr. Siddhartha VH
व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी): रोकथाम और जटिलताएं
व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी) – रोकथाम – टीकाकरण (डीपीटी), खाँसी के उत्प्रेरक जैसे धूम्रपान ना करें। स्वच्छ रहें.
पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS): रोकथाम और जटिलताएं
पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) – रोकथाम – जीवन शैली में आहार, व्यायाम, और योग सम्बन्धी परिवर्तनों से सहायता होती है।.
पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) – आहार – लेने योग्य आहार: सब्जियाँ, फल, फलियाँ, और होल ग्रेन्स ये सभी रेशे, विटामिन, खनिज, और अन्य पोषक तत्वों से परिपूर्ण होते हैं।
, प्रोटीन से समृद्ध आहारों में: बगैर खाल का चिकन, मछली और समुद्री आहार, अंडे, कम-वसा या वसाहीन डेरी उत्पाद (दूध, दही, और पनीर), मेवे और मेवे युक्त मक्खन और सोया युक्त आहार।
, उच्च रेशे युक्त कार्बोहाइड्रेट्स में होल ग्रेन ब्रेड और दलिया, साबुत गेहूँ का पास्ता, जौ, भूरा चावल और फलियाँ आते हैं।
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पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS): प्रमुख जानकारी और निदान
पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम हार्मोन सम्बंधित एक समस्या है जिसमें महिला में स्त्री यौन हार्मोन का असंतुलन हो जाता है, जिससे महिलाओं की अंड ग्रंथियों में कई छोटी-छोटी थैलीनुमा रचनाएँ, मासिक चक्र में परिवर्तन, गर्भधारण में कठिनाई आदि स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।.
पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS): लक्षण और कारण
पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) – लक्षण – वन्ध्यत्व, अनियमित मासिक चक्र। हर्सुटिस्म, वजन बढ़ना, बाल झड़ना, त्वचा का रंगहीन होना, चिंता. पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) – कारण – पीसीओएस का कारण अज्ञात है। इसे अनुवांशिक और वातावरण के कारकों तथा हार्मोन असंतुलन इन सभी का सम्मिलित प्रभाव माना जा सकता है।.
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): प्रमुख जानकारी और निदान
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें ह्रदय शरीर की आवश्यकता के अनुसार रक्त पंप नहीं कर पाता।.
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): लक्षण और कारण
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – लक्षण – पैरों और पंजों में सूजन। थकावट या कमजोरी। भूख में कमी। तेज अथवा अनियमित हृदयगति।. कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – कारण – कोरोनरी आर्टरी डिजीज। पहले हुआ हृदयाघात। उच्च रक्तचाप। कार्डियोमायोपेथी।.
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे और प्रशीतन युक्त फल व सब्जियाँ (केला, स्ट्रॉबेरी, आलू, टमाटर, पालक, एवोकेडो, सूखे फल, संतरा और अन्य खट्टे फल)। रेशे से समृद्ध आहार (साबुत अनाज, फल और सब्जियाँ)। ताजा माँस, पोल्ट्री आहार, मछली (बिना नमक या कम नमक से बनी हुई)।
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): रोकथाम और जटिलताएं
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – रोकथाम – धूम्रपान त्यागें। रक्तचाप कम करें। वजन घटाएँ। स्वस्थ आहार लें। अपने आहार में नमक का प्रयोग नियंत्रित करें।.