पेरिमीनोपॉज रोकथाम – उचित वजन बनाए रखें। व्यायाम नियमित करें। कैल्शियम से समृद्ध आहार पर्याप्त मात्रा में लें।.
लेखक: Dr. Siddhartha VH
पेरिमीनोपॉज: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पेरिमीनोपॉज आहार – लेने योग्य आहार: कार्बोहायड्रेट-युक्त आहार जैसे दूध, दलिया या टोस्ट का स्लाइस
, विटामिन बी 12 युक्त आहार: माँस, पोल्ट्री उत्पाद, मछली, अंडे और डेरी उत्पाद
, अपने प्रतिरक्षक तंत्र को शक्ति देने के लिए ताजे फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज लें जैसे गाजर, सेब, फलियाँ, सोया, रतालू, आलू, समुद्री सिवार आदि
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पेरिमीनोपॉज: लक्षण और कारण
पेरिमीनोपॉज लक्षण – रात में पसीना और गर्म झटके। योनि का शुष्क होना। स्तनों का ढीलापन। अनियमित मासिक चक्र। गर्भाशय में रक्तस्राव की समस्या। खाँसते अथवा छींकते समय मूत्र निकल पड़ना।. पेरिमीनोपॉज कारण – हार्मोन के कार्य.
पेरिमीनोपॉज: प्रमुख जानकारी और निदान
पेरिमीनोपॉज अर्थात “मीनोपॉज के आस-पास” और ये उस समय को बताता है जब किसी महिला का शरीर अपनी प्रजनन शक्ति को स्थायी रूप से बंद (मीनोपॉज) करने के संक्रमण से गुजर रहा होता है।.
ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन) – रोकथाम – अपने कानों को सूखा रखें। तैराकी की टोपी पहनें। प्रदूषित क्षेत्रों में ना जाएँ। पिन, फाहे और ऊँगली का प्रयोग ना करें।.
ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: बच्चों को स्तन पान कराना चाहिए।
, विटामिन सी, ए और जिंक से समृद्ध आहारों की सलाह दी जाती है।
, ताजा फल और सब्जियाँ।
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ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
यह बाहरी कान और कान की नली की सूजन है। इससे स्विमर्स इयर (तैराक का कान) या बाहरी कान की सूजन भी कहते हैं। यह दीर्घ (क्रोनिक), तीव्र (एक्यूट) या स्थानिक (लोकलाइस्ड) हो सकता है। <.
ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन): लक्षण और कारण
ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन) – लक्षण – कान में दर्द, कान में दबाव या भरेपन का एहसास। कान में सूजन अथवा लालिमा। श्रवण शक्ति में कमी। कान की नली के अन्दर और आस-पास खुजली और उत्तेजना।. ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन) – कारण – वायरस, बैक्टीरिया या फफूंद द्वारा उत्पन्न संक्रमण।.
गुर्दे की पथरी: रोकथाम और जटिलताएं
गुर्दे की पथरी – रोकथाम – 8 से 10 गिलास पानी पियें, पशुजन्य प्रोटीन, अधिक नमक का सेवन और पथरीकारक आहार ना लें। डॉक्टर से गुर्दे की पथरी के बारे में उचित जानकारी प्राप्त करें।.
गुर्दे की पथरी: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
गुर्दे की पथरी – आहार – लेने योग्य आहार: तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें विशेषकर पानी।
, नीबू का शरबत
, रेशे से समृद्ध आहार
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