लम्बर स्पोंडिलोसिस – रोकथाम – स्वस्थ बने रहने हेतु आवश्यक योजना में नियमितता रखें। वजन कम करें। स्वास्थ्यवर्धक आहार लें।.
लेखक: Rakesh B (Pharmacologist)
लम्बर स्पोंडिलोसिस: प्रमुख जानकारी और निदान
लम्बर स्पोंडिलोसिस कमर के जोड़ों (मेरुदंड के सम्बंधित हिस्से) में आम, उम्र सम्बन्धी ह्रास को समझाने के लिए उपयोग किया जाने वाला चिकित्सीय शब्द है।.
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: रेशे की उच्च मात्रा से युक्त आहारों जैसे साबुत अनाज की ब्रेड, दलिया, पास्ता, चावल, ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
, पानी अधिक मात्रा में पियें – प्रतिदिन 8 औंस मात्रा के 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है।
, ओमेगा 3 फैटी एसिड की अधिक मात्रा से युक्त आहार जैसे मछली, अखरोट, अलसी के बीज आदि का सेवन करें।
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लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – रोकथाम – जब भी संभव हो, प्रभावित हाथ या पैर को ह्रदय की ऊंचाई के स्तर से ऊपर उठाकर रखें। तंग या कसे हुए कपड़े या गहने ना पहनें। पानी अधिक मात्रा में पियें। धूप की सीधी चपेट ना पड़ने दें।.
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
लिम्फेडिमा दीर्घकालीन स्थिति है जो तरल पदार्थ की असामान्य उत्पत्ति करती है जिसका परिणाम होता है शरीर के ऊतकों में सूजन। आमतौर पर यह हाथों और पैरों को प्रभावित करती है, दर्द और हिलने डुलने की हानि तक पहुँच सकती है, हालाँकि कुछ मामलों में छाती, सिर और जननांगों में भी सूजन हो सकती है।.
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): लक्षण और कारण
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – लक्षण – शरीर के प्रभावित हिस्से में भुजाओं, पैरों या कमर के ऊपर के हिस्से में सूजन। हाथों, भुजाओं, छाती या पैरों में भारीपन या असहजता की अनुभूति। हाथ, कलाई या टखने में लचीलेपन की हानि। अपने ही कपड़े तंग हो जाना।. लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – कारण – संक्रमण, कैंसर, घावयुक्त ऊतक.
फ्लेंक दर्द: लक्षण और कारण
फ्लेंक दर्द – लक्षण – घाव का निशान। बुखार और कंपकंपी। चक्कर आना। मूत्र में रक्त।. फ्लेंक दर्द – कारण – आर्थराइटिस या मेरुदंड का संक्रमण। डिस्क का रोग। मांसपेशियों की ऐंठन। गुर्दे की पथरी।.
फ्लेंक दर्द: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
फ्लेंक दर्द – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: विटामिन ए की अधिक मात्रा वाले आहार खुबानी, केंटालूप, अल्फाल्फा, कद्दू, रतालू, स्क्वाश और गाजर।
, आपके गुर्दों की समस्याओं को ठीक करने में सहायक अन्य आहारों में तरबूज, अजमोदा, ककड़ी, लहसुन और पपीता आते हैं।
, तैलीय और मसालेदार आहार।
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फ्लेंक दर्द: रोकथाम और जटिलताएं
फ्लेंक दर्द – रोकथाम – शराब त्यागें। तरल पदार्थ अधिक मात्रा में पियें।.
फ्लेंक दर्द: प्रमुख जानकारी और निदान
फ्लेंक दर्द शरीर के एक तरफ पेट के उपरी हिस्से और पीठ के बीच के क्षेत्र में होने वाले दर्द को कहा जाता है।.