स्लीप एप्निया: रोकथाम और जटिलताएं

स्लीप एप्निया – रोकथाम – स्वास्थ्यवर्धक भोजन लें। नियमित व्यायाम करें और उचित वजन बनाए रखें। धूम्रपान त्यागें।.

स्लीप एप्निया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

स्लीप एप्निया – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे फल और सब्जियाँ तथा साबुत अनाज अधिक मात्रा में लें। कम वसायुक्त डेरी उत्पाद। स्वास्थ्यवर्धक वसा जैसे जैतून का तेल।

स्लीप एप्निया: लक्षण और कारण

स्लीप एप्निया – लक्षण – उनींदापन या दिन के समय की सजगता में कमी। सुबह के समय सिरदर्द होना। एकाग्र होने में असमर्थ होना। चिड़चिड़ाहट का अनुभव होना।. स्लीप एप्निया – कारण – स्लीप एप्निया उत्पन्न करने वाले कारकों में हैं: वजन का अधिक होना। ठोड़ी का गड्ढेनुमा होना। छोटा जबड़ा या जबड़े के ऊपरी हिस्से का अधिक बड़ा होना। उम्र का बढ़ना.

स्लीप एप्निया: प्रमुख जानकारी और निदान

स्लीप एप्निया एक सामान्य विकार है जिसमें नींद के दौरान श्वास में एक या कई अवरोध होते हैं या सांसें उथली होती हैं।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: रोकथाम और जटिलताएं

माँसपेशियों में सिकुड़न – रोकथाम – पर्याप्त आराम करें और कम से कम तनाव लें। स्ट्रेचिंग युक्त उचित व्यायामों से संकुचन को रोकने में सहायता होती है। अपने बिस्तर के पैरों वाले हिस्से की चादर को ढीला करें ताकि नींद में होने वाली सिकुड़न से बचा जा सके।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: प्रमुख जानकारी और निदान

माँसपेशियों की सिकुड़न या माँसपेशियों की ऐंठन, माँसपेशियों की नियंत्रण रहित सिकुड़न है जो अत्यंत दर्द उत्पन्न करती है।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: लक्षण और कारण

माँसपेशियों में सिकुड़न – लक्षण – सिकुड़न किसी मांसपेशी में कठोरता या गांठ के रूप में प्रतीत होती है। जब आप मांसपेशी का प्रयोग करते हैं तब यह कष्टकारी होती है। उस मांसपेशी का प्रयोग कर पाना कठिन होता है। व्यायाम के दौरान ऐंठन अत्यंत दर्दनाक होती है।. माँसपेशियों में सिकुड़न – कारण – आमतौर पर सिकुड़न माँसपेशियों के अत्यधिक प्रयोग से या किसी चोट से उत्पन्न होती है।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

माँसपेशियों में सिकुड़न – आहार – लेने योग्य आहार: माँसपेशियों और तंत्रिकाओं की कार्यक्षमता हेतु कैल्शियम आवश्यक होता है ताकि माँसपेशियाँ सुचारू रूप से संकुचित और विस्तारित हो सकें। डेरी उत्पाद जैसे दूध, पनीर और दही, मछली और कैल्शियम की शक्ति से युक्त संतरे का रस और नाश्ते का दलिया, शलजम और केल आदि कैल्शियम के उत्तम स्रोत हैं। तंत्रिकाओं के और मांसपेशियों के उचित कार्य हेतु पोटैशियम कैल्शियम के साथ मिलकर कार्य करता है। आहार विशेषकर आलू, रतालू, पकी हरी सब्जियाँ, केले, वसारहित दूध, दही, चिकन और मछली आदि पोटैशियम से समृद्ध होते हैं। मैग्नीशियम आपकी माँसपेशियों को सिकुड़ने और फैलने में सहायता करता है। गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ मैग्नीशियम का उत्तम स्रोत हैं। अन्य सब्जियाँ, फल, मेवे, गिरियाँ, साबुत अनाज, दालें और माँस मैग्नीशियम का बेहतर स्रोत हैं।

पीलिया: रोकथाम और जटिलताएं

पीलिया रोकथाम – पीलिया लिवर की कार्यक्षमता से जुड़ा है, इसलिए यह आवश्यक है कि आप इस महत्त्वपूर्ण अंग के स्वास्थ्य को संतुलित आहार लेकर, सप्ताह में पाँच बार 30-30 मिनट का व्यायाम करके, और शराब की सुझाई अत्यधिक मात्रा से दूर रहकर बनाए रखें।.

पीलिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पीलिया आहार – लेने योग्य आहार: सब्जियों का ताजा निकला रस (चुकंदर, मूली, गाजर, और पालक), फलों का रस (संतरा, नाशपाती, अंगूर और नीबू) और सब्जियों का शोरबा। ताजे फल, जैसे सेब, अन्नानास, अंगूर, नाशपाती, संतरे, केले, पपीता, आदि। खासकर अन्नानास विशेष रूप से उपयोगी होता है। पीलिया के उपचार हेतु जौ का पानी, नारियल का पानी अत्यंत प्रभावी होते हैं।