हैजा: रोकथाम और जटिलताएं

हैजा रोकथाम – स्वच्छ रहें। प्रदूषित क्षेत्रों और जंक फ़ूड से दूर रहें। स्वच्छ और सुरक्षित उबला हुआ पानी पियें। उचित प्रकार से पका हुआ भोजन खाएँ।.

हैजा: प्रमुख जानकारी और निदान

कॉलरा (हैजा) छोटी आंत का संक्रमण है जिससे अधिक मात्रा में पानी जैसे दस्त होते हैं। हैजा कमजोर स्वच्छता वाले, भीड़-भाड़ के स्थानों या युद्ध और अकालग्रस्त क्षेत्रों में होता है।.

एलोपीशिया (बाल झड़ना): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एलोपीशिया (बाल झड़ना) – आहार – लेने योग्य आहार पूर्णतया संतुलित आहार जैसे लीन प्रोटीन, फल और सब्जियाँ, साबुत अनाज, दालें, वसायुक्त मछलियाँ जैसे कि इंडियन सैलमन और कम वसा युक्त डेरी पदार्थ आदि स्वस्थ बालों की उत्पत्ति के उत्तम स्रोत हैं।: बायोटिन की कमी बालों को भंगुर बनाती है और बाल झड़ने में बढ़ोतरी कर सकती है। बायोटिन युक्त आहार जैसे साबुत अनाज, अंडे की जर्दी, सोया आटा, चुकंदर, रोमैन लेट्यूस, गाजर और टमाटर आदि आहार में शामिल करें। बाल प्रोटीन से बने होते हैं, इसलिए अपने आहार में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा लेना निश्चित करें ताकि बाल स्वस्थ और मजबूत बने रहें। प्रोटीन के उत्तम स्रोत हेतु चिकन, मछली, डेरी उत्पाद और अंडे के साथ शाकाहारी स्रोत जैसे दालें और मेवे भी लें। बालों के लिए आयरन आवश्यक खनिज पदार्थ है, और आयरन की अत्यंत कमी बाल झड़ने का प्रमुख कारण होती है। दालें, पालक और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली, केल और हरा सलाद आयरन का शक्तिशाली स्रोत होते हैं।

एलोपीशिया (बाल झड़ना): रोकथाम और जटिलताएं

एलोपीशिया (बाल झड़ना) – रोकथाम – स्वास्थ्यवर्धक, अच्छी तरह संतुलित आहार लें। तनाव प्रबंधन तकनीकें।.

एलोपीशिया (बाल झड़ना): प्रमुख जानकारी और निदान

एलोपीशिया बाल झड़ने हेतु उपयोग किया जाने वाला सामान्य चिकित्सीय शब्द है। अक्सर बाल वापस उग आते हैं लेकिन फिर झड़ जाते हैं।.

एलोपीशिया (बाल झड़ना): लक्षण और कारण

एलोपीशिया (बाल झड़ना) – लक्षण – सिर के ऊपरी हिस्से पर बालों का कम होना या पूरी तरह गिर जाना। टूटे हुए बाल या बालों का आसानी से निकल जाना। बाल रहित स्थान।. एलोपीशिया (बाल झड़ना) – कारण – बढ़ती आयु, अनुवांशिकता, रोग, कुछ चिकित्सा पद्धतियाँ जैसे कीमोथेरेपी, कुपोषण.

फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): लक्षण और कारण

फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – लक्षण – गले में खराश, बुखार, नाक बहना, खाँसी, सिरदर्द. फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – कारण – गले की पीड़ा का सबसे सामान्य कारण वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण, जैसे सर्दी और फ्लू आदि हैं।.

फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: नमकयुक्त पानी- (गरारे) सूजन को कम करते हैं और गले की पीड़ा घटाते हैं। शहद और नीबू- शहद उत्तेजित ऊतकों को नरम करता है, नीबू म्यूकस को विखंडित करता है, इसके कारण यदि आपको सर्दी के लक्षण हों तो उनमें भी राहत मिलती है। पानी और अन्य तरल- तरल पदार्थों की अधिक मात्रा लेने से आपको गले को चिकना और नम बनाए रखने में सहायता होती है, जिससे निगलना आसान होता है। तरल पदार्थ शरीर में पानी का उचित स्तर बनाए रखते हैं, जो कि आपके बीमार होने पर चिंता का कारण होता है।

फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं

फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – रोकथाम – अपने हाथों को साबुन से नियमित धोएँ (स्वच्छता रखें)। व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएँ बांटकर उपयोग ना करें। धूम्रपान त्यागें।.

फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान

फ़ेरिन्जाइटिस, गले के पिछले हिस्से फेरिंक्स की सूजन को कहते हैं।.