बच्चों में डायपर द्वारा उत्पन्न निशान – आहार – लेने योग्य आहार: स्तनपान को ही पोषण का एकमात्र स्रोत होना चाहिए। पिलाने हेतु तैयार तरल के रूप में मिलने वाले, बच्चों के लिए बने फोर्मुले भी, सहायक हो सकते हैं। बायोटिन और जिंक से समृद्ध आहार।
लेखक: Tejesvi Reddy (Pharmacologist)
बच्चों में डायपर द्वारा उत्पन्न निशान: रोकथाम और जटिलताएं
बच्चों में डायपर द्वारा उत्पन्न निशान – रोकथाम – त्वचा को पूरी तरह सूखने दें। त्वचा को नर्म कपड़े द्वारा हौले से थपथपाएं। डायपर बदलने के पहले अपने हाथ धोएँ और अपने बच्चे को स्वच्छ रखें।.
बच्चों में डायपर द्वारा उत्पन्न निशान: प्रमुख जानकारी और निदान
डायपर रेश त्वचा की सूजन है जो आपके बच्चे के निचले हिस्से में चमकदार लाल त्वचा द्वारा लगे हुए जोड़ जैसी प्रतीत होती है।.
बच्चों में डायपर द्वारा उत्पन्न निशान: लक्षण और कारण
बच्चों में डायपर द्वारा उत्पन्न निशान – लक्षण – डायपर पहनने के क्षेत्र (कूल्हे, जांघ, जननांगों) में लाल, फूली और नर्म तथा पीड़ायुक्त दिखाई पड़ने वाली त्वचा।. बच्चों में डायपर द्वारा उत्पन्न निशान – कारण – मल और मूत्र से उत्पन्न उत्तेजना। नया भोज्य पदार्थ खिलाना। नए उत्पाद से उत्पन्न उत्तेजना। बैक्टीरिया या यीस्ट (फफूंद) द्वारा उत्पन्न संक्रमण।.
बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
कंजन्क्टिवा की सूजन को कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आई सिंड्रोम कहते हैं।.
बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस: लक्षण और कारण
बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस – लक्षण – आँख के सफ़ेद क्षेत्र और पलक के भीतरी हिस्से में लालिमा। जलन और खुजलीयुक्त आँखें। आँख से हरा या सफ़ेद तरल निकलना।. बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस – कारण – यह आँख का बैक्टीरिया या वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है।.
बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस – आहार – विटामिन (ए, सी, डी- क्योंकि इनमें बढ़िया एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं)-बादाम, अखरोट, हेज़लनट, पालक, फूलगोभी, पत्तागोभी, मूली, गाजर, अन्नानास, आड़ू, जौ, जई, आलू, आम, अंगूर, नारियल। खनिज-बादाम, मछली, अंडे, चिकन, पनीर, दही, लहसुन। जामुन, करौंदे, चेरी।
बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं
बच्चों का कंजंक्टिवाइटिस – रोकथाम – हाथों को आँखों से दूर रखें। आँखों को मसलें नहीं। तकिये के गिलाफ जल्द-जल्द धोएँ। कांटेक्ट लेंस का उचित उपयोग और सुरक्षा।.
स्तन दर्द: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
स्तन दर्द – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन ई, बी6 और मैग्नीशियम से समृद्ध आहार लेने से स्तन दर्द को दूर करने में सहायता होती है। विटामिन ई से समृद्ध आहार जैसे पालक, ब्रोकोली, मछली, एवोकेडो, कद्दू, पपीता, कीवी, जैतून का तेल, गेहूं आदि, विटामिन बी6 के उत्तम स्रोतों में माँस, पोल्ट्री उत्पाद, अंगों का माँस, शक्तियुक्त दलिया मेवे, दालें, रतालू, पालक, गाजर, केले आदि हैं।
स्तन दर्द: रोकथाम और जटिलताएं
स्तन दर्द – रोकथाम – अधिकतर प्रकार के स्तन दर्द को रोकने के लिए वास्तव में कोई तरीका नहीं है, लेकिन सहारे हेतु उचित नाप और फिटिंग की ब्रा पहनना सहायक होता है।.