हाथ या पैर की ऊँगली के आस-पास की त्वचा के संक्रमण को परओनिकिया कहते हैं।.
लेखक: Tejesvi Reddy (Pharmacologist)
परओनिकिया (ऊँगली, नाखून में दर्द): लक्षण और कारण
परओनिकिया (ऊँगली, नाखून में दर्द) – लक्षण – ऊँगली के आस-पास की त्वचा में सुरसुराहट युक्त दर्द, लालिमा, गर्मी और सूजन। पीप युक्त फफोले, नाखून के आस-पास की त्वचा का लाल, गर्म, सूजा और दर्द युक्त होना।. परओनिकिया (ऊँगली, नाखून में दर्द) – कारण – आमतौर पर यह क्षेत्र की चोट के कारण उत्पन्न होता है, उदाहरण के लिए, निकले नाखून को काटने या खींचने से या नाखून के समीप के माँस को खुरचने या दबाने से।.
वायरल सिंड्रोम: रोकथाम और जटिलताएं
वायरल सिंड्रोम – रोकथाम – अपने हाथों को नियमित साबुन और पानी से धोएँ या अल्कोहल आधारित जेल का प्रयोग करें। पीने के गिलास या खाने के बर्तनों का बांटकर उपयोग ना करें। टीकाकरण.
वायरल सिंड्रोम: प्रमुख जानकारी और निदान
वायरल सिंड्रोम किसी एक वायरस या विभिन्न प्रकार के वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है जो अधिकतर श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। लेकिन ये शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है।.
वायरल सिंड्रोम: लक्षण और कारण
वायरल सिंड्रोम – लक्षण – बुखार और कंपकंपी। बहती और भरी हुई नाक। खाँसी, गले में पीड़ा या आवाज भर्राना।. वायरल सिंड्रोम – कारण – वायरस के ऐसे लगभग 900 विभिन्न प्रकार हैं जो मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं।.
वायरल सिंड्रोम: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
वायरल सिंड्रोम – आहार – लेने योग्य आहार: वायरल रोग के दौरान शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए पानी अधिक मात्रा में पियें। फल और सब्जियों की अधिकता वाला आहार सामान्य सर्दी सहित कई प्रकार के संक्रमण और रोगों को रोकने में सहायक होता है। विशेष रूप से प्रतिरक्षक तंत्र हेतु लाभकारी फल और सब्जियों में चेरी, बेरियाँ, टमाटर, संतरे, ग्रेपफ्रूट, खट्टे रस, केले, ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और पत्तागोभी आते हैं। ज्यादा से ज्यादा ताजे फल और सब्जियाँ लें क्योंकि वे सर्वाधिक पोषक घटक प्रदान करते हैं। सूजन और अवरोध युक्त वायरल संक्रमणों को रोकने या कम करने के लिए विभिन्न सब्जियों से मिलाकर घर पर बने सूप या प्राकृतिक सूप का सेवन करें।
UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE): रोकथाम और जटिलताएं
UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE) – रोकथाम – सूर्य की किरणों की उच्च तीव्रता के समय सूर्य के सामने ना जाएँ। सनस्क्रीन का प्रयोग करें।.
UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE) – आहार – लेने योग्य आहार बीटा-कैरोटीन सूर्य के प्रकाश को सहन करने की क्षमता को बढ़ाने के लिए जाना जाता है साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। इसलिये बीटा-कैरोटीन युक्त आहारों को अपने भोजन में शामिल करें। उदाहरण के लिए केल, रतालू, शलजम, पालक और गाजर। इनसे परहेज करें कृत्रिम मीठे पदार्थ
UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE): प्रमुख जानकारी और निदान
पोलीमोर्फौस लाइट इरप्शन (पीएमएलई) सूर्य के प्रभाव द्वारा उत्पन्न खुजली युक्त घाव है, जो उन लोगों में होता है जिनमें सूर्य के प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता (फोटोसेंसिटिविटी) उत्पन्न हो जाती है।.
UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE): लक्षण और कारण
UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE) – लक्षण – छोटे उभारों के सघन समूह। उभरे खुरदुरे हिस्से। लालिमा, खुजली या जलन (दर्द्युक्त)।. UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE) – कारण – पोलीमोर्फौस लाइट इरप्शन का निश्चित कारण अज्ञात है।.