पेचिश: रोकथाम और जटिलताएं

पेचिश रोकथाम – शौचालय के प्रयोग के बाद और दिन के दौरान नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से धोएँ। संक्रमित व्यक्ति के साथ वस्तुओं का बांटकर प्रयोग ना करें। बाहर का भोजन ना खाएँ-पियें।.

पेचिश: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पेचिश आहार – लेने योग्य आहार: आलू (छिलके रहित)। सफ़ेद ब्रेड, केले,

पेचिश: लक्षण और कारण

पेचिश लक्षण – पेट दर्द। बुखार और कंपकंपी। मतली और उल्टी। पतले दस्त, जिनमें रक्त, आँव या पीप हो सकता है।. पेचिश कारण – पेचिश की उत्पत्ति मुख्यतः बैक्टीरिया (ई कोलाई या शिगेला) द्वारा होती है।.

पेचिश: प्रमुख जानकारी और निदान

पेचिश रक्तयुक्त अतिसार है, अर्थात अतिसार का वह प्रकरण जिसमें पतले या पनीले दस्त में लाल रक्त दिखाई पड़े।.

मोतियाबिंद: रोकथाम और जटिलताएं

मोतियाबिंद रोकथाम – रोकथाम का सर्वोत्तम तरीका है उन रोगों को नियंत्रित करना जो मोतियाबिंद के खतरे को बढ़ाते हैं।.

मोतियाबिंद: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मोतियाबिंद आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: प्याज, लहसुन, अजमोदा, फलियाँ, समुद्री सिवार, शलजम, गाजर, टमाटर, सेब और संतरे आदि एंटीऑक्सीडेंट का भरपूर स्रोत होते हैं और ये उन कुछ आहारों में से हैं जो मोतियाबिंद से बचाव करते हैं। हरी चाय भी एंटीऑक्सीडेंट का उत्तम स्रोत है, अपने चाय/कॉफ़ी के कप को हरी चाय के कप से बदलें। बीटा कैरोटीन और विटामिन सी तथा ई मोतियाबिंद के महत्त्वपूर्ण भोज्य उपचार हैं। सूक्ष्म पोषक तत्वों से समृद्ध आहारों में कद्दू, गाजर, रतालू, टमाटर, मेवे, पालक, मछली और जैतून का तेल आदि आते हैं।

मोतियाबिंद: प्रमुख जानकारी और निदान

मोतियाबिंद आँख के लेंस पर धुंधलापन आने को कहते हैं जो कि दृष्टि को प्रभावित करता है।.

मोतियाबिंद: लक्षण और कारण

मोतियाबिंद लक्षण – अस्पष्ट, धुंधला और बादलनुमा दिखाई पड़ना। रात के समय दृष्टि सम्बन्धी कठिनाई का बढ़ जाना। प्रकाश और चमक के प्रति संवेदनशीलता। प्रकाश के आसपास आभामंडल को देखना।. मोतियाबिंद कारण – बढ़ती आयु। अत्यधिक मदिरापान। धूम्रपान.

पेन्क्रियाटाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

पेन्क्रियाटाइटिस रोकथाम – धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें। उचित वजन बनाए रखें।.

पेन्क्रियाटाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

पेन्क्रियाटाइटिस पैंक्रियास की सूजन को कहते हैं।.