लहसुन अत्यंत शक्तिशाली जीवाणु नाशक है। यह बुढ़ापा लाने की प्रक्रिया को धीमा करती है, ऊतकों को पुनर्जीवित करती है और उच्च रक्तचाप को भी कम करती है।
शरीर में पानी के संतुलन, माँसपेशियों के संकुचन और नसों की क्रियाओं के लिए सोडियम आवश्यक होता है किन्तु उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों को इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
रक्तचाप की आरम्भिक या मंद स्थिति वाले व्यक्तियों में अपने आहार में प्रतिदिन गुड़हल की चाय नियमित रूप से लेने से रक्तचाप कम करने में मदद मिलती है।
संतरा, नीबू और ग्रेपफ्रूट जैसे फल विटामिन सी का सर्वश्रेष्ठ स्रोत होते हैं, जो शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत को उभारने में मदद करता है। खट्टे फल और केले पोटैशियम का बेहतर स्रोत होते हैं, जो रक्तचाप नियमित करने में मदद करता है।
लहसुन शरीर को शक्तिशाली रूप से साफ़ करता है। लहसुन का नियमित सेवन रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कम करके स्वस्थ हृदय और उचित संचरण को बढ़ावा देता है। यह संक्रमण से मुकाबला करने में और शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है।
उच्च रक्तचाप को गूंगा हत्यारा कहा जाता है, क्योंकि आमतौर पर यह तब तक लक्षण नहीं दिखाता जब तक कि बहुत देर ना हो जाए। लम्बा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए अपने रक्तचाप के आँकड़े जानना अत्यंत महतवपूर्ण कदम है।
चुकंदर फोलेट और मैंगनीज का समृद्ध स्रोत होता है इसमें थायमिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी-6, पेंटोथेनिक एसिड, कोलिन, बीटिन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, कॉपर और सेलेनियम भी होते हैं। चुकंदर का रस एथलेटिक प्रदर्शन को सुधारता है, रक्तचाप कम करता है और रक्तप्रवाह बढ़ाता है।
ओट्स में एक प्रकार का रेशा जिसे बीटा-ग्लूकेन कहते हैं, की उच्च मात्रा होती है। बीटा-ग्लूकेन हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही यह कोरोनरी आर्टरी डिजीज के खतरे को घटाने में, आंत और मलाशय के कैंसर को कम करने में और रक्तचाप घटाने में उपयोगी होता है।
रेशे का अधिक मात्रा में सेवन रक्तचाप घटाता है। खाए जाने वाले रेशे की सुझाई गई मात्रा 20 से 35 ग्राम प्रतिदिन की है। नाश्ते में लिए जाने वाले अनाज के दलिए भोज्य रेशों का उत्तम स्रोत हैं।
तरबूज के बीजों में एक यौगिक होता है जिसे क्यूकर्बोसाइट्रिन कहते हैं, जो रक्त की विभिन्न सूक्ष्म केपिलरी को फ़ैलाने में सहायता करता है। इसके साथ ही, यह गुर्दों की कार्यक्षमता सुधारने में भी मदद करता है। इसके परिणामस्वरूप यह रक्तचाप के स्तर को घटाता है और आर्थराइटिस में भी बहुत लाभ पहुंचाता है।
पपीता पोटैशियम का बढ़िया स्रोत है, यह वह खनिज है जो सोडियम के प्रभावों का मुकाबला करता है और रक्तचाप को सामान्य बनाए रखता है।
लहसुन रक्तचाप कम करने में उपयोगी है। यह नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाकर खून की नसों को आराम देती है, जिसके कारण ऊपर का रक्तचाप कम होता है। रोजाना 2-3 कलियाँ कच्चा लहसुन खाली पेट खाएँ।
रक्तचाप कम करने के लिए 1-2 केले प्रतिदिन खाएँ। इसमें उपस्थित पोटैशियम की अधिक मात्रा, सोडियम के असर को कम करती है, जिससे रक्तचाप सामान्य होता है। वैसे, पोटैशियम से भरपूर पदार्थों का नियमित सेवन आपके स्ट्रोक और दिल की बीमारी के खतरे को घटाता है।
टमाटर पोटैशियम से भरपूर होते हैं जो रक्तचाप कम करता है और आपके शरीर से सोडियम को बाहर निकालता है। प्रतिदिन एक कप ताजे टमाटर खाएँ। आप इसे सलाद और सैंडविच में मिला सकते हैं, साथ ही सॉस और सूप में इनका प्रयोग कर सकते हैं। कैन में बंद टमाटर ना खाएँ।
अपने रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए रोजाना एक गिलास चुकंदर का रस पियें। आप चुकंदर को सलाद या सूप में भी ले सकते हैं। चुकंदर के नाइट्रेट्स पहले नाइट्राइट में और फिर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदलते हैं, जो नसों को फैलाता और रक्तचाप को कम करता है। यह स्ट्रोक, हृदयाघात, और दिल की अन्य बीमारियों के खतरे को भी कम करता है।
अपने आहार में सलाद, सूप और स्मूथी में पालक शामिल करें. पालक के भीतर फोलेट, नाइट्रेट, पोटैशियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते है जो उच्च रक्तचाप कम करने में मदद करते हैं।
अपने उच्च पोटैशियम और खाए जा सकने वाले रेशे के कारण, मेथीदाना उच्च रक्तचाप को कम करने में प्रभावी वस्तु है।
डेस्क-जॉब करने वाले व्यक्तियों में लम्बे समय तक एक स्थान पर बैठने की प्रवृत्ति होती है। इन लोगों में उच्च रक्त चाप की बहुत अधिक संभावना होती है। स्थाई रूप से एक स्थान पर बैठे रहने से परहेज करें। हर 20-30 मिनट में विराम लें और स्ट्रेच, आस-पास घूमना, पानी पीना, विश्राम-कक्ष का उपयोग आदि करें।
एवोकेडो में खनिजों, प्रोटीन और विटामिन सी तथा ई की प्रचुर मात्रा होती है। ये रेशे, पोटैशियम और स्वास्थ्यकर चर्बी से भी भरपूर होते हैं। ये सभी पोषक तत्व आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं और नसों को स्वस्थ रखकर तनाव हारमोनों को नियमित करने में मदद करते हैं। रोजाना आधा या एक एवोकेडो का सेवन आपके रक्तचाप को उचित रूप से कम करता है और आपके तनाव हारमोनों के स्तर को घटाता है।