हैजा रोकथाम – स्वच्छ रहें। प्रदूषित क्षेत्रों और जंक फ़ूड से दूर रहें। स्वच्छ और सुरक्षित उबला हुआ पानी पियें। उचित प्रकार से पका हुआ भोजन खाएँ।.
Category: पेट, लीवर, आंत
हैजा: प्रमुख जानकारी और निदान
कॉलरा (हैजा) छोटी आंत का संक्रमण है जिससे अधिक मात्रा में पानी जैसे दस्त होते हैं। हैजा कमजोर स्वच्छता वाले, भीड़-भाड़ के स्थानों या युद्ध और अकालग्रस्त क्षेत्रों में होता है।.
पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): रोकथाम और जटिलताएं
पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – रोकथाम – शराब और धूम्रपान ना करें। अपने हाथ उचित प्रकार धोएँ। संक्रमण ना होने दें।.
पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – आहार – लेने योग्य आहार: फल और सब्जियाँ (मुख्यतः रेशा युक्त)
, लीन मीट
, पोल्ट्री उत्पाद
,
पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): लक्षण और कारण
पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – लक्षण – पेट में दर्द, उल्टी में खून, मल में गाढ़ा रक्त, पेट का फूलना, वजन में एकाएक गिरावट, भूख में बदलाव. पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – कारण – हेलिकोबेक्टर पाइलोरी, सूजन रोधी दवाएँ, अनुवांशिकता, धूम्रपान और शराब पीना, मसालेदार भोजन.
पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): प्रमुख जानकारी और निदान
पेप्टिक अलसर पेट (गैस्ट्रिक अलसर) या आंत (डियोडेनल अलसर) की परतों में हुए घावों को कहते हैं।.
इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): लक्षण और कारण
इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – लक्षण – पेट में दर्द, पेट का फूलना, अतिसार अथवा कब्ज, मल में आँव, पूरी तरह मलत्याग ना होने का एहसास।. इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – कारण – शारीरिक कारण। आहार सम्बन्धी संवेदनशीलता। मस्तिष्क और आंत में संकेतों की समस्या।.
इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: घुलनशील रेशे वाले आहार (जई, जौ, केले, सेब, गाजर, आलू आदि)।
, पीली अलसी
, फल और सब्जियाँ
,
इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): रोकथाम और जटिलताएं
इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – रोकथाम – भोजन की समस्या से बचें, नियमित व्यायाम करें। आहार छोटे हिस्सों में लें, तनाव घटाने हेतु परामर्श लें, रेशेदार आहार अधिक लें.
इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): प्रमुख जानकारी और निदान
आइबीएस पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली में लम्बे समय से या बार-बार उत्पन्न परिवर्तनों के कारण उत्पन्न हुआ विकार है। आइबीएस कोई रोग नहीं है, बल्कि यह एक साथ होने वाले कई लक्षणों का समूह है।.