डेंगू बुखार – आहार – लेने योग्य आहार: आहार जो पचने में आसान हो जैसे कि उबला भोजन, हरी सब्जियाँ, केले और सेब जैसे फल, सूप इत्यादि, पानी या अन्य तरल अधिक मात्रा में लें जैसे कि फलों का रस, नारियल पानी, ओआरएस इत्यादि ये आपको डिहाइड्रेशन से बचाते हैं। डेंगू रोगियों के प्रतिदिन के आहार में उबली सब्जियाँ, चावल का दलिया, पतली लपसी या हलवा, सूप, टोस्ट, सेब, प्लेंटीन्स, और चाय होने चाहिए।
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डेंगू बुखार: प्रमुख जानकारी और निदान
डेंगू बुखार एक वायरस से होने वाला संक्रमण है जो मच्छरों से फैलता है. इसे हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है।.
एनीमिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
एनीमिया आहार – लेने योग्य आहार फोलेट, विटामिन B12 और आयरन से भरपूर परिष्कृत आहार हीमोग्लोबिन स्तर को तेजी से बढ़ाने के लिए आवश्यक है। फल एनीमिया के इलाज के दौरान फल जैसे कि आयरन युक्त सेब और टमाटर का सेवन करना अत्यंत उपयोगी होता है। एनीमिया के इलाज हेतु आप या तो सेब और टमाटर खा सकते हैं अथवा उनके 100% शुद्ध रस का सेवन भी कर सकते हैं। अन्य फल जो एनीमिया के इलाज में असरकारी हैं, आलूबुखारा, केले, नीबू, अंगूर, किशमिश, संतरे, अंजीर, गाजर, और किशमिश अधिक मात्रा में खाए जाने पर शहद शहद आयरन, कॉपर और मेंगनीज़ का शक्तिशाली स्रोत है। जब इन तत्वों को मिलाया जाता है, ये हीमोग्लोबिन के संश्लेषण में सहायक होते हैं। इसलिए शहद एनीमिया के लिये शक्तिशाली अस्त्र है। एनीमिया की चिकित्सा के दौरान आप शहद को सेब के टुकड़ों के साथ अथवा केले के साथ ले सकते हैं। गोश्त लाल गोश्त जैसे कि किडनी, दिल और जिगर एनीमिया के इलाज में असरकारक हैं। लाल गोश्त, जैसे कि नाम बताता है, आयरन से भरपूर होता है और एनीमिया के रोगियों के लिए डॉक्टर्स इसे सुझाते हैं। इनके साथ ही मुर्गियाँ, मछली, और घोंघे भी एनीमिया के लिए असरदार हैं. सब्जियाँ सब्जियाँ जैसे कि पालक, लेट्यूस, चुकंदर, ब्रोकोली, मेथी, अजमोदा और केल आदि, आयरन में समृद्ध ऊर्जा से भरपूर सब्जियाँ हैं जो एनीमिया के इलाज में अत्यंत असरदार हैं। ये सब्जियाँ ना केवल आयरन बल्कि विटामिन B-12 और फोलिक एसिड जैसे ऊर्जादायी पोषक तत्वों से भी भरी होती हैं, जिनकी शरीर को एनीमिया को ठीक करने के लिए आवश्यकता होती है। चुकंदर का रस आयरन से भरपूर वनस्पति रस है जिसे एनीमिया ग्रस्त रोगी थकान और आलस के विरुद्ध टॉनिक की तरह ले सकते हैं। फलियाँ और मेवे फलियाँ और मेवे जैसे कि दालें, बादाम, साबुत अनाज, सूखे खजूर, मूंगफली और अखरोट आदि एनीमिया के कारणों और लक्षणों के विरुद्ध लाभकारी हैं। इनसे परहेज करें पाश्चुरीकृत दूध, कड़क कॉफ़ी व चाय, रिफाइंड स्टार्च, खासकर मैदा, कैन में रखे, जलाए हुए, परिरक्षित, और अन्य तरह के प्रोसेस्ड आहार। .
एनीमिया: रोकथाम और जटिलताएं
एनीमिया रोकथाम – पोषक आहार लें, डाइटिंग या व्यायाम में अति न करें.
एनीमिया: लक्षण और कारण
एनीमिया लक्षण – कमजोरी, सिरदर्द, चक्कर आना, बालों का झड़ना. एनीमिया कारण – वायरस, बैक्टीरिया, उनके विषाक्त पदार्थ, पैरासाइट्स (परजीवी), आहार अथवा औषधियों में किसी के लिए प्रतिकूल प्रतिक्रिया.
एनीमिया: प्रमुख जानकारी और निदान
एनीमिया ऐसी स्थिति है जिसमें लाल रक्त कणिकाओं की मात्रा या हीमोग्लोबिन सामान्य से कम होता है, परिणामस्वरूप आप थका हुआ और कमजोर अनुभव करते हैं।.
थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन – आहार – लेने योग्य आहार: आयोडीन, सेलेनियम, जिंक, मैग्नीशियम और विटामिन ए से समृद्ध पोषक तत्व शरीर की थाइरोइड हार्मोन बनाने की क्षमता के लिए उत्तरदायी होते हैं।
, सेलेनियम ब्राज़ील नट्स, मछली और सरसों के बीजों में होता है।
, कद्दू और तिल दोनों मैग्नीशियम का बढ़िया स्रोत हैं।
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थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन: रोकथाम और जटिलताएं
थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन – रोकथाम – धूम्रपान त्यागें। तनाव घटाएँ। प्रतिदिन व्यायाम करें और चुस्ती की स्थिति बनाए रखें। फ्लोराइडयुक्त पानी ना पियें।.
थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन: प्रमुख जानकारी और निदान
थाइरोइडिटिस, थाइरोइड ग्रंथि की सूजन हेतु प्रयुक्त किया जाने वाला चिकित्सीय शब्द है, जिससे रक्त में थाइरोइड हार्मोन का असामान्य रूप से अधिक या कम स्तर उत्पन्न हो जाता है।.
थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन: लक्षण और कारण
थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन – लक्षण – थाइरोइड ग्रंथि के आकार का बढ़ना, जो गर्दन के सामने के हिस्से में दर्द उत्पन्न करता है।. थाइरोइडिटिस – थाइरोइड की सूजन – कारण – ऊपरी श्वसन तंत्र के वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण, जैसे मम्प्स और इन्फ्लुएंजा।.