डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें) – आहार – लेने योग्य आहार डर्मोइड सिस्ट से मुकाबला करने में सहायक आहारों में हैं:: फल
, भाररहित स्टार्च युक्त सब्जियाँ गाजर, टमाटर, सब्जियों का सलाद।
, मछली
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डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें): रोकथाम और जटिलताएं

डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें) – रोकथाम – बचाव का कोई तरीका नहीं है।.

डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें): प्रमुख जानकारी और निदान

डर्मोइड सिस्ट बंद थैलीनुमा, कैंसर-रहित, गाँठें होती हैं जो शरीर के भीतर निर्मित होती हैं।.

डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें): लक्षण और कारण

डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें) – लक्षण – त्वचा के भीतर छोटा, दर्दहीन उभार है जिसे आप देख या महसूस कर सकते हैं।. डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें) – कारण – जन्म से उपस्थित।.

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ): रोकथाम और जटिलताएं

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ) – रोकथाम – बचाव का कोई तरीका नहीं है।.

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ): प्रमुख जानकारी और निदान

ऐसी स्थिति जहाँ आपके बच्चे की जीभ उतनी स्वतंत्रता से नहीं घूमती, जितनी स्वतंत्रता से उसे घूमना चाहिए।.

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ): लक्षण और कारण

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ) – लक्षण – जीभ को उठाने में कठिनाई।. एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ) – कारण – अज्ञात.

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ) – व्यायाम – बाजू में घुमाना- अपनी उंगली बच्चे की जीभ के नीचे, जितनी दूर तक आप डाल सकते हैं, डालें। एक बाजू से दूसरी बाजू घुमाएँ।
, जीभ उठाना- अपनी उंगली शिशु की जीभ के नीचे डालें, और दबाएँ। जितना दूरी तक दबा सकें, दबाएँ। फिर उठा लें, जहाँ तक कि आप उठा सकें कुछ सेकंड के लिए थामकर रखें।
, जीभ को ऊपर नाक की तरफ खींचने की, और नीचे ठोड़ी की तरफ खींचने की कोशिश करें।
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भेंगापन: लक्षण और कारण

भेंगापन लक्षण – तिरछी आँखें। दोहरी दृष्टि। आँखें, जो एक दिशा में, एक रेखा में नहीं होतीं।. भेंगापन कारण – दूर-दृष्टि दोष की उच्च स्थिति, थाइरोइड से होने वाला नेत्र रोग, मोतियाबिंद, आँखों की चोट, मायेस्थेनिया ग्रेविस, क्रेनियल नर्व पाल्सी, और कुछ रोगियों में इसकी उत्पत्ति अज्ञात होती है।.

भेंगापन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

भेंगापन आहार – लेने योग्य आहार: ठन्डे पानी की मछली जैसे सैलमन, ट्यूना, सारडाइन और हलिबेट से प्राप्त होने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड नेत्र रोग विकसित होने के खतरे को घटाता है।
, संतरे और उनके अन्य सारे खट्टे बंधु फल, टेंजेरिंस, टमाटर और नीबू विटामिन सी की उच्च मात्रा से युक्त होते हैं, जो नेत्रों के स्वास्थ्य हेतु आवश्यक एंटीऑक्सीडेंट है।
, जिंक प्रकाश के क्षतिकारक प्रभावों से आपकी आँखों को बचाने में सहायता कर सकता है। जिंक की उच्च मात्रा से युक्त आहारों में मटर, फलियाँ, लीन रेड मीट, पोल्ट्री उत्पाद और शक्तियुक्त दलिया हैं।
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