भेंगापन: प्रमुख जानकारी और निदान

एक दृष्टि विकार जिसमें दोनों आँखें, एक ही दिशा में, समरेखीय नहीं होती हैं और इसलिए एक समय में, एक वस्तु पर नहीं देखतीं, बल्कि भिन्न दिशाओं में केन्द्रित होती हैं।.

मिलिया: प्रमुख जानकारी और निदान

मिलियम सिस्ट (छोटी थैलीनुमा रचना) छोटी, मोती समान सफ़ेद या पीलापन लिए उभार (यदि समूह में हों तो मिलिया) होते हैं जो विशेष रूप से नाक और गालों पर दिखाई पड़ते हैं।.

मिलिया: लक्षण और कारण

मिलिया लक्षण – गालों, नाक और ठोड़ी के आस-पास की त्वचा पर सफ़ेद, मोती समान उभार। मसूढ़ों या मुँह के ऊपरी हिस्से पर सफ़ेद, मोती समान उभार (ये मसूढ़ों से निकलते दांतों की तरह दिखाई पड़ते हैं)।. मिलिया कारण – त्वचा की स्थितियाँ जो फफोले उत्पन्न करती हैं। लम्बे समय तक स्टेरॉयड क्रीम का प्रयोग। लम्बे समय तक सूर्य के प्रकाश से क्षति होना।.

मिलिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मिलिया आहार – सब्जियाँ, फल और साबुत अनाज, आवश्यक विटामिनों की कमी, खासकर विटामिन ए की कमी, मिलिया के उत्पन्न होने से जुड़ी हुई है। विटामिन ए से समृद्ध आहारों जैसे गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, गाजर, रतालू आदि का सेवन बढ़ाएँ। शक्कर और उससे बने उत्पादों, तले और मसालेदार आहारों, कैफीन युक्त और कार्बन युक्त पेय, नमकीन आहार (चिप्स, फ्रेंच फ्राइज) चॉकलेट्स का सीमित सेवन करें।

मिलिया: रोकथाम और जटिलताएं

मिलिया रोकथाम – हानिकारक रसायनों का अपनी त्वचा पर उपयोग बंद करें और सूर्य के प्रकाश में कम रहें या बाहर जाते समय सूर्य के प्रकाश की चपेट को घटाने के लिए एसपीएफ़ 15 वाले सनस्क्रीन का प्रयोग करें।.

थैलेसीमिया: रोकथाम और जटिलताएं

थैलेसीमिया रोकथाम – इसे रोका नहीं जा सकता, लेकिन जीन सम्बन्धी सलाहकार का मार्गदर्शन सहायक हो सकता है।.

थैलेसीमिया: प्रमुख जानकारी और निदान

थैलेसीमिया रक्त सम्बन्धी वंशानुगत रोग है जिसमें आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य से कम और लाल रक्त कणिकाएँ केवल थोड़ी मात्रा में ही होती हैं।.

थैलेसीमिया: लक्षण और कारण

थैलेसीमिया लक्षण – कमजोर, थकावट, साँस लेने में कमी, मुरझाये हुए दिखाई देना, धीमे विकास होना, गहरे रंग का मूत्र. थैलेसीमिया कारण – हीमोग्लोबिन निर्माण करने वाली कोशिकाओं के डीएनए में परिवर्तन होते हैं। ये माता-पिता से बच्चों में आते हैं।.

थैलेसीमिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

थैलेसीमिया आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: कैल्शियम युक्त आहार अधिक मात्रा में लें। यह हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए अत्यंत जरूरी है। डेरी उत्पाद कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं। एक अतिरिक्त लाभ यह भी है कि डेरी उत्पाद शरीर के आयरन अवशोषण की क्षमता को कम करते हैं। कैल्शियम के अवशोषण के लिए शरीर को विटामिन डी की आवश्यकता होती है। विटामिन डी अण्डों, डेरी उत्पादों और मछली में मिलता है। तरबूज, पालक, खुबानी, हरी पत्तेदार, एस्पार्गस, आलू, खजूर, किशिमिस, ब्रोकोली, फलियाँ, मटर, सूखी फलियाँ, दालें,