निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): रोकथाम और जटिलताएं

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – रोकथाम – रोग का शीघ्र निर्धारण और चिकित्सा।.

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – आहार – लेने योग्य आहार: ताजी हरी सब्जियाँ। लीन मीट और लिवर। खट्टे फल – विटामिन ए के अवशोषण हेतु विटामिन सी की आवश्यकता होती है। इसकी कमी से सूजी हुई या चोटग्रस्त आँखों का ठीक होना और कठिन हो जाता है।

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): लक्षण और कारण

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – लक्षण – दूर स्थित वस्तुओं का धुंधला दिखाई देना। स्पष्ट देखने के लिए पलकों का आंशिक बंद होना। सिरदर्द, आखों में खिंचाव।. निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – कारण – यह आनुवांशिक है और आमतौर पर बचपन में होता है। आयु के बढ़ने के साथ स्थिति बदतर होती जाती है।.

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): प्रमुख जानकारी और निदान

निकट-दृष्टिदोष या समीप का दृष्टिदोष, जिसे चिकित्सीय रूप से मायोपिया कहा जाता है, दृष्टि की ऐसी स्थिति है जिसमें निकट की वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई देती हैं, लेकिन दूर स्थित वस्तुएँ धुंधली दिखाई पड़ती हैं।.

पेचिश: रोकथाम और जटिलताएं

पेचिश रोकथाम – शौचालय के प्रयोग के बाद और दिन के दौरान नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से धोएँ। संक्रमित व्यक्ति के साथ वस्तुओं का बांटकर प्रयोग ना करें। बाहर का भोजन ना खाएँ-पियें।.

पेचिश: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पेचिश आहार – लेने योग्य आहार: आलू (छिलके रहित)। सफ़ेद ब्रेड, केले,

पेचिश: लक्षण और कारण

पेचिश लक्षण – पेट दर्द। बुखार और कंपकंपी। मतली और उल्टी। पतले दस्त, जिनमें रक्त, आँव या पीप हो सकता है।. पेचिश कारण – पेचिश की उत्पत्ति मुख्यतः बैक्टीरिया (ई कोलाई या शिगेला) द्वारा होती है।.

पेचिश: प्रमुख जानकारी और निदान

पेचिश रक्तयुक्त अतिसार है, अर्थात अतिसार का वह प्रकरण जिसमें पतले या पनीले दस्त में लाल रक्त दिखाई पड़े।.

मोतियाबिंद: रोकथाम और जटिलताएं

मोतियाबिंद रोकथाम – रोकथाम का सर्वोत्तम तरीका है उन रोगों को नियंत्रित करना जो मोतियाबिंद के खतरे को बढ़ाते हैं।.

मोतियाबिंद: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मोतियाबिंद आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: प्याज, लहसुन, अजमोदा, फलियाँ, समुद्री सिवार, शलजम, गाजर, टमाटर, सेब और संतरे आदि एंटीऑक्सीडेंट का भरपूर स्रोत होते हैं और ये उन कुछ आहारों में से हैं जो मोतियाबिंद से बचाव करते हैं। हरी चाय भी एंटीऑक्सीडेंट का उत्तम स्रोत है, अपने चाय/कॉफ़ी के कप को हरी चाय के कप से बदलें। बीटा कैरोटीन और विटामिन सी तथा ई मोतियाबिंद के महत्त्वपूर्ण भोज्य उपचार हैं। सूक्ष्म पोषक तत्वों से समृद्ध आहारों में कद्दू, गाजर, रतालू, टमाटर, मेवे, पालक, मछली और जैतून का तेल आदि आते हैं।