मायोफेशियल पैन सिंड्रोम – रोकथाम – अपनी भंगिमा सुधारें। अपना शारीरिक वजन कम करें। व्यायाम नियमित करें।.
Category: रोग तथ्य
मायोफेशियल पैन सिंड्रोम: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मायोफेशियल पैन सिंड्रोम – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: अलसी के तेल और प्रिमरोस तेल में आवश्यक फैटी एसिड्स होते हैं। आवश्यक फैटी एसिड्स प्राकृतिक सूजन-रोधी तत्वों की तरह कार्य करते हैं। अनाज, फल और सब्जियाँ,
मायोफेशियल पैन सिंड्रोम: प्रमुख जानकारी और निदान
यह एक दर्द्युक्त स्थिति है जो माँसपेशियों और ऊतकों के बने आवरण, जिसे फेशिया कहते हैं और जो माँसपेशियों को घेरे रहता है, को प्रभावित करती है।.
मायोफेशियल पैन सिंड्रोम: लक्षण और कारण
मायोफेशियल पैन सिंड्रोम – लक्षण – मांसपेशी में दर्द। लगातार बना हुआ दर्द। माँसपेशियों की कमजोरी, झुनझुनी, और जकड़न का एहसास।. मायोफेशियल पैन सिंड्रोम – कारण – माँसपेशियों और हड्डियों के ऊतकों को क्षति पहुँचाने वाले आघात:, माँसपेशियों का अत्यधिक उपयोग। अनुचित शारीरिक भंगिमा के साथ अधिक वजन उठाना।.
टिनिटस (कान बजना): लक्षण और कारण
टिनिटस (कान बजना) – लक्षण – घंटी बजना, भिनभिनाहट, दहाड़ना, खटखटाना, फुसफुसाहट, सीटी बजने या जोर से चिल्लाने की आवाज होना।. टिनिटस (कान बजना) – कारण – कई प्रकार की चिकित्सीय स्थितियाँ टिनिटस उत्पन्न कर सकती हैं या बदतर कर सकती हैं। कई मामलों में, निश्चित कारण कभी मालूम नहीं पड़ता।.
टिनिटस (कान बजना): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
टिनिटस (कान बजना) – आहार – लेने योग्य आहार: रक्तसंचार को बढ़ाने हेतु ढेर सारा ताजा अन्नानास खाएँ। लहसुन के गंधरहित कैप्सूल लें या उन्हें भोजन में पका लें। लहसुन सूजन घटाने और संचार बढ़ाने इन दोनों कार्यों में सहायक होता है। अपने कच्चे फल, हरी सब्जियों और पकी दालों (फलियों) के सेवन को बढ़ाएं। यह आहार विटामिनों, एमिनो एसिड्स और वनस्पतिजन्य यौगिकों से समृद्ध होता है जो भीतरी कान की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
टिनिटस (कान बजना): रोकथाम और जटिलताएं
टिनिटस (कान बजना) – रोकथाम – अत्यधिक शोर के संपर्क में ना रहें। शोर की स्थिति में इयरप्लग लगाएं। घास काटते समय कानों को ढंकें।.
टिनिटस (कान बजना): प्रमुख जानकारी और निदान
टिनिटस, लोगों द्वारा एक कान, दोनों कान या सिर के भीतर सुनाई देने वाली आवाजों को समझाने हेतु चिकित्सीय शब्द है। आवाजें घंटी बजने, भिनभिनाने या सीटी के समान हो सकती हैं।.
प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: पानी अधिक मात्रा में पियें और खमीरीकृत पदार्थ जैसे प्रोबिओटिक दही लें। आहार में मौसमी फल, सलाद, स्प्राउट्स, सब्जियाँ, सूप या छाछ शामिल करें। सभी तरह के प्रोसेस्ड, रिफाइंड और डिनेचर्ड आहार जैसे सफ़ेद शक्कर, मैदा और इनसे बने सभी पदार्ध।
प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली): रोकथाम और जटिलताएं
प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली) – रोकथाम – नायलॉन के स्थान पर सूती अंतर्वस्त्र पहनें। कारणों में दिए उत्प्रेरकों के संपर्क में ना आएँ।.