मम्प्स (गले की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: पके चावल और अन्य प्रकार का दलिया
, जई
, उबले मसले आलू
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Category: रोग तथ्य
मम्प्स (गले की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
मम्प्स (गलसुआ), तेजी से फैलने वाला, वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जो बच्चों में अत्यंत आम है। यह मुख्य रूप से पैरोटिड ग्रंथियों, जो आपके कानों के सामने और नीचे होती हैं, को प्रभावित करता है।.
लूम्बेगो (कमर दर्द): रोकथाम और जटिलताएं
लूम्बेगो (कमर दर्द) – रोकथाम – कमर को स्वस्थ व मजबूत रखने के लिए व्यायाम करें। अपनी कमर को बचाने के लिए चीजों को सही और सुरक्षित रूप से उठाना सीखें। बैठते समय अपनी कमर की सुरक्षा रखें। सोने की अलग-अलग मुद्राएँ अपनाएँ।.
लूम्बेगो (कमर दर्द): लक्षण और कारण
लूम्बेगो (कमर दर्द) – लक्षण – दर्द, माँसपेशियों में तनाव और कमर में जकड़न। दर्द का एक अथवा दोनों पैरों में उतरना।. लूम्बेगो (कमर दर्द) – कारण – लूम्बेगो, कमर के जोड़ों की भीतरी टूट-फूट या अत्यधिक कार्य करने या जोड़ों का अत्यधिक उपयोग करने से, जोड़ों की सतह पर आई विकृति के परिणामस्वरूप होता हुआ पाया जाता है।.
लूम्बेगो (कमर दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
लूम्बेगो (कमर दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार आप अपने शरीर को स्वास्थ्यवर्धक आहार लेकर उचित आकार में रख सकते हैं जैसे फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज आदि। ऐसे आहार चुनें जिनमें संतृप्त वसा और शक्कर का स्तर कम हो। पानी अधिक मात्रा में पियें।: कमर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में विटामिन डी अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है। विटामिन डी, “सनशाइन” विटामिन की कमी, कमर के दर्द में योगदान दे सकती है। सूर्य के प्रकाश द्वारा और मछली, दूध, अंडे, दलिया द्वारा विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा लें।
, विटामिन सी, जिसे एस्कोर्बिक एसिड भी कहते हैं, ऐसा विटामिन है जो कमर दर्द में सहायता करता है। हरी पत्तेदार सब्जियाँ, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, पपीता, स्ट्रॉबेरी आदि सभी विटामिन सी से भरपूर होते हैं।
, विटामिन बी1, बी6, और बी12 आपके कमर दर्द को काफी कम कर सकते हैं। पालक, गाजर, फलियाँ और साबुत अनाजों में ये विटामिन अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
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लूम्बेगो (कमर दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान
लूम्बेगो कमर में या लम्बर क्षेत्र में होने वाले मध्यम से तीव्र दर्द या पीड़ा को कहते हैं।.
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – आहार – लेने योग्य आहार: स्वास्थ्यवर्धक फल और सब्जियाँ जैसे केले, क्रेनबेरी, संतरे, नीबू, काले आलूबुखारे, भिन्डी, हरी पत्तेदार, प्याज, भूरा चावल, दही, और स्वास्थ्यवर्धक औषधियां और मसाले जैसे कि अदरक, लहसुन, मेथी और धनिया आदि
, भोजन के बाद सुपारी खाना लाभकारी होता है।
, फल, सब्जियाँ और सलाद का अधिक उपयोग।
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ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): रोकथाम और जटिलताएं
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – रोकथाम – स्वच्छ रहें, पानी अधिक मात्रा में पियें। आपके कपड़े यदि गीले हों तो उन्हें बदलें। यौन रूप से उत्तेजित ना हों। सूती वस्त्रों का प्रयोग करें।.
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): लक्षण और कारण
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – लक्षण – गाढ़ा और चिपचिपा योनि स्राव, खुजली, दर्द, जलन या बेचैनी, या ऊतकों पर लालिमा। कमर और पैरों के घुटनों तथा टखने के बीच के हिस्से में दर्द होता है।. ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – कारण – उचित स्वच्छता ना होना, हार्मोन सम्बन्धी असंतुलन, घाव पर खुजली, डेरी उत्पादों की अधिकता, यौन कार्य, तनाव.
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): प्रमुख जानकारी और निदान
ल्यूकोरिया, अर्थात “सफ़ेद स्राव” (सफ़ेद पानी) में, स्त्री की योनि से निकलने वाले सभी तरह के स्राव, रक्त छोड़कर, आते हैं, जो कि सामान्य हो सकते हैं या किसी संक्रमण का संकेत हो सकते हैं।.