डिस्फेजिया लक्षण – निगलते समय दर्द (ओडिनोफेजिया)। निगलने में कठिनाई। चबाने में असमर्थ होना। निगलते समय खाँसी आना या मुंह का बंद होना।. डिस्फेजिया कारण – टॉन्सिल्स, कंठ और मुंह की सूजन। ये उन विकारों का लक्षण है।.
Category: रोग तथ्य
डिस्फेजिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
डिस्फेजिया आहार – डिस्फेजिया के दौरान दिये जाने वाले आहारों में नर्म उबली सब्जियाँ, नर्म और कैन में बंद फल, ब्रेड, गर्म दलिया, दूध में डुबो कर खाए जाने के लिए तैयार दलिया, कैन में बंद फल, नर्म उबली सब्जियाँ, रस, आमलेट, ग्राउंड मीट, उबली फलियाँ, उबले मटर, कॉटेज चीस, दही, कस्टर्ड, पुडिंग, क्रीम सूप, बिना मेवों की कूकीज और नूडल्स आते हैं।
, कड़ा माँस, मेवे, गिरियाँ, चिपचिपी ब्रेड, कड़ा चबाया जाने वाला माँस, सख्त सब्जियाँ।
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डिस्फेजिया: रोकथाम और जटिलताएं
डिस्फेजिया रोकथाम – कारक विकारों की शीघ्र पहचान और निर्धारण।.
डिस्फेजिया: प्रमुख जानकारी और निदान
निगलने में कठिनाई।.
भेंगापन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
भेंगापन आहार – लेने योग्य आहार: ठन्डे पानी की मछली जैसे सैलमन, ट्यूना, सारडाइन और हलिबेट से प्राप्त होने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड नेत्र रोग विकसित होने के खतरे को घटाता है।
, संतरे और उनके अन्य सारे खट्टे बंधु फल, टेंजेरिंस, टमाटर और नीबू विटामिन सी की उच्च मात्रा से युक्त होते हैं, जो नेत्रों के स्वास्थ्य हेतु आवश्यक एंटीऑक्सीडेंट है।
, जिंक प्रकाश के क्षतिकारक प्रभावों से आपकी आँखों को बचाने में सहायता कर सकता है। जिंक की उच्च मात्रा से युक्त आहारों में मटर, फलियाँ, लीन रेड मीट, पोल्ट्री उत्पाद और शक्तियुक्त दलिया हैं।
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भेंगापन: रोकथाम और जटिलताएं
भेंगापन रोकथाम – रोका नहीं जा सकता।.
भेंगापन: लक्षण और कारण
भेंगापन लक्षण – तिरछी आँखें। दोहरी दृष्टि। आँखें, जो एक दिशा में, एक रेखा में नहीं होतीं।. भेंगापन कारण – दूर-दृष्टि दोष की उच्च स्थिति, थाइरोइड से होने वाला नेत्र रोग, मोतियाबिंद, आँखों की चोट, मायेस्थेनिया ग्रेविस, क्रेनियल नर्व पाल्सी, और कुछ रोगियों में इसकी उत्पत्ति अज्ञात होती है।.
भेंगापन: प्रमुख जानकारी और निदान
एक दृष्टि विकार जिसमें दोनों आँखें, एक ही दिशा में, समरेखीय नहीं होती हैं और इसलिए एक समय में, एक वस्तु पर नहीं देखतीं, बल्कि भिन्न दिशाओं में केन्द्रित होती हैं।.
धुकधुकी: लक्षण और कारण
धुकधुकी लक्षण – लय छोड़ रहा है। अत्यंत तेज धड़क रहा है। सामान्य से अधिक पंप कर रहा है।. धुकधुकी कारण – भावनाएँ, औषधियाँ, चिकित्सीय स्थितियाँ, भोज्य पदार्थ।.
धुकधुकी: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
धुकधुकी आहार – लेने योग्य आहार: फल और सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम वसा युक्त या वसाहीन डेरी उत्पाद।
, मछली का सेवन अधिक मात्रा में करें। खासकर सैलमन और मैकरील में ह्रदय को स्वस्थ रखने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है।
, धुकधुकी में आराम देने के लिए दही भी सहायक होता है।
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