कलाई का दर्द: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

कलाई का दर्द – आहार – लेने योग्य आहार: ओमेगा 3 फैटी एसिड जोड़ों के दर्द और सूजन में सहायता करने वाले आहारों में आता है जो कि मछली, अखरोट और जैतून के तेल में पाया जाता है। गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, विटामिन सी और ई से समृद्ध आहार जिनमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, दर्द और सूजन के लिए उपयोगी अन्य आहारों में आते हैं। विटामिन सी के उत्कृष्ट स्रोतों में अजमोदा, ब्रोकोली, संतरे, स्ट्रॉबेरी, पपीता, फूलगोभी और केल आते हैं।

कलाई का दर्द: रोकथाम और जटिलताएं

कलाई का दर्द – रोकथाम – कलाइयों की गति वाली गतिविधियों में समय-समय पर विराम लेते रहें। शराब का सेवन सीमित करें। यदि आप अत्यधिक वजनी हैं तो वजन कम करें।.

कलाई का दर्द: लक्षण और कारण

कलाई का दर्द – लक्षण – मुट्ठी बाँधने या वस्तुओं को पकड़ने में कठिनाई। हाथों का सुन्न होने (सो जाने) का एहसास। एकाएक तीव्र दर्द।. कलाई का दर्द – कारण – कलाई के दर्द के दो प्रमुख कारण हैं कार्पेल टनल सिंड्रोम और कलाई के तंतुओं में सूजन का होना। ये दोनों समस्याएँ कलाई के अधिक प्रयोग और चोटों के कारण उत्पन्न हुई मानी जाती हैं।.

कलाई का दर्द: प्रमुख जानकारी और निदान

कलाई का दर्द अर्थात कलाई में कोई दर्द या असहजता। यह अत्यंत आम शिकायत है।.

टिरियासिस अल्बा: प्रमुख जानकारी और निदान

यह त्वचा सम्बन्धी समस्या है जिसमें कई गोलाकार या अंडाकार धब्बे जो हलके गुलाबी रंग की पपड़ी युक्त होते हैं, चेहरे (गालों) और इसके साथ ही भुजाओं के ऊपरी हिस्से, गर्दन या कंधे पर दिखाई पड़ते हैं।.

टिरियासिस अल्बा: लक्षण और कारण

टिरियासिस अल्बा – लक्षण – पीली, गुलाबी या लाल त्वचा के गोल या अंडाकार धब्बे या निशान। सूखी हुई पपड़ी निकलना। घाव गोलाकार या अंडाकार उभरे हुए या चपटे होते हैं।. टिरियासिस अल्बा – कारण – अत्यंत शुष्क त्वचा जो धूप की चपेट में हो तो यह टिरियासिस अल्बा तक पहुँच सकती है। पारिवारिक इतिहास, सूखी त्वचा पर निशान।.

टिरियासिस अल्बा: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

टिरियासिस अल्बा – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन्स, पालक, सोया मिल्क,

टिरियासिस अल्बा: रोकथाम और जटिलताएं

टिरियासिस अल्बा – रोकथाम – स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा का उचित स्तर बनाए रखें। त्वचा पर अनजाने उपचारों का प्रयोग ना करें।.

वेरीकोस वेंस (नस में सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

वेरीकोस वेंस (नस में सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: फ़्लवोनोइड्स में ह्रदय को ठीक रखने वाले गुण होते हैं। फल जैसे बेरियां, सेब, संतरे, नीबू और सब्जियाँ जैसे प्याज, लहसुन, पालक और स्प्राउट्स आदि हैं। विटामिनयुक्त आहार। उच्च रेशायुक्त आहार।

वेरीकोस वेंस (नस में सूजन): रोकथाम और जटिलताएं

वेरीकोस वेंस (नस में सूजन) – रोकथाम – नियमित व्यायाम। उच्च-रेशे और कम नमकयुक्त आहार लेना। तंग कपड़े और ऊँचे एड़ी के जूते ना पहनें।.