स्वाइन फ्लू – लक्षण – बुखार, कंपकंपी, गले में खराश, खाँसी. स्वाइन फ्लू – कारण – संक्रमण के चिन्ह और लक्षण उत्पन्न करने के लिए स्वाइन फ्लू का वायरस जिम्मेदार होता है।.
Category: रोग तथ्य
स्वाइन फ्लू: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
स्वाइन फ्लू – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज। विटामिन डी3 के पूरक। ढेर सारा पानी पियें।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण) – आहार – लेने योग्य आहार: कैल्शियम की अधिकता वाले आहार जैसे फलियाँ, बादाम, और गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक और केल) लें, एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार जैसे फल (ब्लूबेरी, चेरी, और टमाटर) और सब्जियाँ (जैसे कद्दू और शिमला मिर्च), रेड मीट की कम और लीन मीट की अधिक मात्रा लें, ठन्डे पानी की मछली, टोफू और फलियाँ लें।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण): रोकथाम और जटिलताएं
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण) – रोकथाम – संक्रमित व्यक्ति के साथ संभोग से परहेज। गर्भनिरोधकों का उचित उपयोग। अधिक लोगों से शारीरिक सम्बन्ध ना बनाएँ।.
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण): प्रमुख जानकारी और निदान
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज, गर्भाशय, डिम्बवाहिनियों (डिम्बग्रंथि से गर्भाशय तक अंडे को ले जाने वाली नलिका), डिम्बग्रंथियों और अन्य प्रजनन अंगों की सूजन के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द है।.
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण): लक्षण और कारण
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण) – लक्षण – बुखार, दुर्गन्धयुक्त असामान्य योनि स्राव। दर्द्युक्त संभोग। दर्द्युक्त मूत्रत्याग।. पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID, जननांगों का संक्रमण) – कारण – शारीरिक सम्बन्ध के अधिक साथी। असुरक्षित संभोग, प्रसव.
पार्किन्सन्स: प्रमुख जानकारी और निदान
पार्किन्सनिस्म तंत्रिका सम्बन्धी विकार समूह है जो कम्पन, गति के धीमेपन, अकड़न तथा शारीरिक भंगिमा के अस्थायित्व से प्रदर्शित होता है।.
पार्किन्सन्स: लक्षण और कारण
पार्किन्सन्स लक्षण – नियंत्रित गतिविथियों का धीमा पड़ना। चेहरे के भावों और आँखों के झपकने में कमी आना। बोलने में एकरूपता होना। पैर घसीटते हुए चलना।. पार्किन्सन्स कारण – यह विकार डोपामाइन उत्पन्न करने वाली तंत्रिका कोशिकाओं (डोपामिनर्जिक कोशिकाओं) की क्षति या उनके नष्ट होने से होता है, जो मस्तिष्क के लिए माँसपेशियों की गति पर नियंत्रण और संयोजन को कठिन कर देता है।.
पार्किन्सन्स: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पार्किन्सन्स आहार – लेने योग्य आहार: उच्च रेशा युक्त आहार जैसे सब्जियाँ, पकी हुई सूखी मटर और फलियाँ (दालें), साबुत अनाज के आहार, चोकर, दलिया, पास्ता, चावल और ताजे फल, पानी अधिक मात्रा में पियें। हलके, मृदु आहार लें (जैसे नमकीन क्रैकर्स या सादी ब्रेड)।
पार्किन्सन्स: रोकथाम और जटिलताएं
पार्किन्सन्स रोकथाम – सावधानी से चलें। विटामिन सी और डी के पूरकों का सेवन। चुस्त बने रहने के लिए नियमित व्यायाम और योग करें।.