मायेस्थेनिया ग्रेविस – रोकथाम – धीमे-धीमे खाएँ और कौर लेने में विराम लें। आँख पर सुरक्षा पट्टी पहनें। अत्यंत गर्म तापमान से बचाव करें। धूम्रपान ना करें।.
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मायेस्थेनिया ग्रेविस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मायेस्थेनिया ग्रेविस – आहार – लेने योग्य आहार: प्रोटीन से समृद्ध आहार जैसे फलियाँ, काबुली चने, आर्गेनिक फ्री-रेंज चिकन, कच्चे बादाम, कच्चे मेवे, सूरजमुखी के बीज, अखरोट, बादाम युक्त मख्खन/कच्चे बादाम युक्त मख्खन। सब्जियाँ/औषधीय गुणों वाली वनस्पति जैसे केल, पालक, लेट्यूस, ककड़ी, अजमोदा, प्याज, लहसुन, धनिया, अजवाइन, अदरक, हल्दी, टमाटर, कद्दू (बटरनट, स्पागेटी, केबोचा), जड़युक्त सब्जियाँ (चुकंदर, शलजम, गाजर, रूटाबेगा, शक्करकंद)। सुगंधित मसाले जैसे एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल/नारियल का तेल, मिर्च, हल्दी, अदरक, इलायची, सेब का सिरका।
मायेस्थेनिया ग्रेविस: प्रमुख जानकारी और निदान
मायेस्थेनिया ग्रेविस (एमजी) दीर्घकालीन स्व-प्रतिरक्षी रोग है जो माँसपेशियों को कमजोर कर देता है। यह नाम ग्रीक और लैटिन भाषा के शब्दों से बना है जिनका अर्थ है “महत्वपूर्ण माँसपेशियों की कमजोरी”।.
मायेस्थेनिया ग्रेविस: लक्षण और कारण
मायेस्थेनिया ग्रेविस – लक्षण – कमजोर माँसपेशियाँ। कमजोरी जो आराम करने से ठीक हो जाती है और शारीरिक गतिविधि के बाद अधिक बदतर हो जाती है। दृष्टि सम्बन्धी अवरोध जैसे दोहरा दिखाई देना, दृष्टि को स्थिर कर पाने की असमर्थता और निर्जीव पलकें। थकावट. मायेस्थेनिया ग्रेविस – कारण – मायेस्थेनिया ग्रेविस माँसपेशियों को तंत्रिकाओं के संकेतों के प्रसारण सम्बन्धी समस्या से उत्पन्न होता है। यह स्व-प्रतिरक्षी स्थिति है अर्थात इसमें शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र अपने शरीर के ही ऊतकों पर आक्रमण करता है।.
वेरीकोस वेंस (नस में सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
वेरीकोस वेंस (नस में सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: फ़्लवोनोइड्स में ह्रदय को ठीक रखने वाले गुण होते हैं। फल जैसे बेरियां, सेब, संतरे, नीबू और सब्जियाँ जैसे प्याज, लहसुन, पालक और स्प्राउट्स आदि हैं। विटामिनयुक्त आहार। उच्च रेशायुक्त आहार।
वेरीकोस वेंस (नस में सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
वेरीकोस वेंस (नस में सूजन) – रोकथाम – नियमित व्यायाम। उच्च-रेशे और कम नमकयुक्त आहार लेना। तंग कपड़े और ऊँचे एड़ी के जूते ना पहनें।.
वेरीकोस वेंस (नस में सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
वेरिकोस वेंस अर्थात सूजी, मुड़ी हुई और आकार में बढ़ी हुई नसें जिन्हें आप त्वचा के भीतर देख सकते हैं। आमतौर पर ये पैरों में दिखाई पड़ती हैं, लेकिन शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती हैं।.
वेरीकोस वेंस (नस में सूजन): लक्षण और कारण
वेरीकोस वेंस (नस में सूजन) – लक्षण – त्वचा के भीतर वेरीकोस वेंस गहरे नीले रंग की, सूजी हुई और मुड़ी हुई दिखाई पड़ती हैं।. वेरीकोस वेंस (नस में सूजन) – कारण – वेरिकोस वेंस लम्बे समय तक खड़े रहकर कार्य करने वाले व्यक्तियों में अत्यंत आम होता है (उदाहरण के लिए बस कंडक्टर, किसान और मजदूर)।.
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा) – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन ई रक्त प्रवाह बढ़ाता है इसलिए विटामिन ई से समृद्ध आहारों जैसे पालक, बादाम, मछली, ब्रोकोली, कद्दू, गाजर, टमाटर आदि का सेवन करें। मैग्नीशियम रायनौड्स डिजीज में सख्त हुई रक्तवाहिनियों को फैलाता है, गहरे रंग की पत्तेदार सब्जियाँ, मछली, फलियाँ, दालें, भूरा चावल, एवोकेडो, केले आदि मैग्नीशियम से समृद्ध आहार हैं। विटामिन बी नियासिन भुजाओं, उँगलियों, पैरों और पैरों की उँगलियों में रक्तसंचार को उत्प्रेरित करता है। मछली, चिकन, मशरुम, हरी मटर, एवोकेडोस ये सभी नियासिन से समृद्ध आहार हैं।
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा): रोकथाम और जटिलताएं
रायनौड्स फेनोमेनन (नीली त्वचा) – रोकथाम – यदि संभव हो तो ठन्डे वातावरण में ना जाएँ। हाथों, पैरों और पूरे शरीर पर गर्म कपड़े पहनें। भीतरी वस्त्र ढीले-ढाले हों। उँगलियों को लम्बे समय तक कम्पन में ना रहने दें। धूम्रपान त्यागें।.