ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन): लक्षण और कारण

ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन) – लक्षण – कान में दर्द, कान में दबाव या भरेपन का एहसास। कान में सूजन अथवा लालिमा। श्रवण शक्ति में कमी। कान की नली के अन्दर और आस-पास खुजली और उत्तेजना।. ओटाइटिस एक्स्टर्ना (बाहरी कान की सूजन) – कारण – वायरस, बैक्टीरिया या फफूंद द्वारा उत्पन्न संक्रमण।.

मम्प्स (गले की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं

मम्प्स (गले की सूजन) – रोकथाम – टीकाकरण (एमएमआर), स्वच्छ रहें, दूसरों की वस्तुएँ उपयोग न करें।.

मम्प्स (गले की सूजन): लक्षण और कारण

मम्प्स (गले की सूजन) – लक्षण – आपके चेहरे के एक तरफ या दोनों तरफ सूजी हुई, दर्दयुक्त लार उत्पन्न करने वाली ग्रंथियाँ। बुखार, मुँह सूखना, चबाते समय दर्द, भूख में कमी, पेट में दर्द. मम्प्स (गले की सूजन) – कारण – मम्प्स वायरस द्वारा उत्पन्न होता है और सीधे संपर्क अथवा प्रदूषण से फैलता है।.

मम्प्स (गले की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मम्प्स (गले की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: पके चावल और अन्य प्रकार का दलिया
, जई
, उबले मसले आलू
,

मम्प्स (गले की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान

मम्प्स (गलसुआ), तेजी से फैलने वाला, वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जो बच्चों में अत्यंत आम है। यह मुख्य रूप से पैरोटिड ग्रंथियों, जो आपके कानों के सामने और नीचे होती हैं, को प्रभावित करता है।.

फ्रंटल साइनोसाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

फ्रंटल साइनोसाइटिस – रोकथाम – नाक का अवरोध दूर करने वाली औषधियों का प्रयोग सीमित रखें। खूब पानी पियें। स्वच्छ रहें।.

फ्रंटल साइनोसाइटिस: लक्षण और कारण

फ्रंटल साइनोसाइटिस – लक्षण – फ्रंटल साइनस में दर्द। सिरदर्द। साँस लेने में कठिनाई। नाक से द्रव बहना। गंध ना आना। खाँसी जो रात को बदतर हो जाती है।. फ्रंटल साइनोसाइटिस – कारण – वायरस द्वारा, बैक्टीरिया द्वारा या फफूंद द्वारा हुआ संक्रमण। धुआं, नाक का अवरोध दूर करने वाली औषधियों, रोग।.

फ्रंटल साइनोसाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

फ्रंटल साइनोसाइटिस – आहार – लेने योग्य आहार इन्हें ना लें: खूब पानी पियें। ताजी पत्तेदार सब्जियाँ और फल। केन मिर्च, लहसुन, प्याज और मूली का प्रयोग सूप और भोजन में करें, ताकि बलगम की अधिक मात्रा घुलकर बाहर निकल सके।

फ्रंटल साइनोसाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

जब आपके माथे के पीछे स्थित छिद्रदार संरचनाएँ, साइनस (नाक के ऊपर और आँखों के बिलकुल पीछे) सूज जाती हैं, तो इसे फ्रंटल साइनोसाइटिस कहते हैं।.

वर्टिगो (सिर चकराना): प्रमुख जानकारी और निदान

बीपीपीवी कान के भीतरी हिस्से में होने वाला विकार है। वर्टिगो उस अनुभूति को कहते हैं जब आप स्थिर खड़े हों लेकिन आपको घूमता हुआ सा लगे।.